DHONI
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    – विनय कुमार

    भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे कामयाब कप्तान और दुनिया के महान क्रिकेटरों में से एक महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को कप्तान बनाने में मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) का अहम योगदान रहा है। उन्होंने 2007 के ‘T20 वर्ल्ड कप’ (ICC T20 WORLD CUP 2007) में कप्तान के लिए  महेंद्र सिंह धोनी का नाम सामने रखा था। और, एमएस धोनी ‘क्रिकेट के भगवान’ सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar God of Cricket) की उम्मीदों पर सौ  

    फीसदी खरे उतरे और भारत की कप्तानी करते हुए देश को दो वर्ल्ड कप (ICC T20 WORLD CUP 2007 and ICC ODI WORLD CUP 2011) दिलाए। इसके अलावा ‘आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी’ (ICC Champions Trophy) भी जीती। यही नहीं ICC World Rankings में टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन भी बने। एक बार की बात है, जब टीम इंडिया के कैप्टेन कूल एमएस धोनी से पूछा गया कि वे पहली बार सचिन (Sachin Tendulkar) से कब मिले थे, तो उन्होंने उस अविस्मरणीय पल की बात बताई। धोनी पहली बार सचिन तेंडुलकर से 21 साल पहले 2000-2001 में मिले थे।

    महेंद्र सिंह धोनी ने पत्रकार राजदीप सरदेसाई के एक प्रोग्राम में कहा था, ‘‘मैं पहली बार सचिन (Sachin Tendulkar) से बहुत पहले 2000-01 या 2001-02 सीजन में मिला था। मुझे साल ठीक से याद नहीं है। हम ‘दिलीप ट्रॉफी’ (Dilip Trophy) खेल रहा था। में उस समय ईस्ट जोन (East Zone Cricket Team) की टीम में था।

    2 मैचों में मैंने अच्छे से खिलाड़ियों को पानी पिलाया था। वो मैच पुणे में था, और सचिन खेल रहे थे। हमने उस मैच में बात नहीं की थी। सचिन 190 रन के आसपास खेल रहे थे और मैं किस्मतवाला था कि मैं उन्हें देख रहा था। मैं क्रीज पर पानी लेकर गया था। उस समय वे वहीं थे। मैंने अपने साथियों को पानी दिया। तभी सचिन (Sachin Tendulkar) ने मुझसे कहा- क्या मुझे भी पानी मिल सकता है।’’

    कैप्टेन कूल ने आगे कहा, ‘‘वह मेरे लिए बेहद खास पल था। मैं रांची (Ranchi Dhoni) से आता हूं। और मैंने कभी नहीं सोचा था कि सचिन (Sachin Tendulkar) से मिलूंगा। वह ऐसा पल था कि मैं उन्हें ड्रिंक दे रहा था।’’ सचिन को कप्तानी करने के एक्सपीरियंस पर धोनी ने कहा, ‘‘मैं मैदान से बाहर अभी भी सचिन से बात करने में झिझकता हूं। बांग्लादेश दौरे पर (India vs Bangladesh Series in Bangladesh) हमारी कुछ खास बातचीत नहीं हुई। इसके बाद हम भारत में पाकिस्तान (India vs Pakistan) के खिलाफ खेलने वाले थे। पहला मैच कोच्ची और दूसरा मैच विशाखापट्टनम में था। वीरू पाजी (वीरेंद्र सहवाग) ने पहले मैच में शतक (Sehwag Century) लगाया था और सचिन ने 5 विकेट लिए थे।’’

    महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने इसके आगे को बताई, ‘‘जब वो (Sachin Tendulkar) गेंदबाजी करने आते थे तो मुझसे पूछते थे कि लेग स्पिन डालूं या ऑफ स्पिन। तेज डालूं या मिक्स करके डालूं। इससे मेरी झिझक खत्म होने लगी थी। उसके बाद से जब भी वो मुझे (MS Dhoni) पूछते थे, तो मुझे जवाब देने के लिए तैयार रहना होता था। अगर वो कहते थे कि ऑफ स्पिन(Sachin Tendulkar bowling) डालता हूं, तो मैं कभी कह देता था लेग स्पिन ज्यादा कारगर होगा। उन्होंने काफी आराम से बात की और मेरी झिझक को कम किया। इसके बावजूद मैं (Dhoni) आज भी उनसे (Sachin Tendulkar) मैदान के बाहर बात करने में शर्माता हूं।’’