1,588 grams of gold seized at Chennai airport, gold was brought from Kuwait in a glass frame and from Dubai in an iron hammer

Loading

‍स्वीकार होंगे BIS स्टैंडर्ड गोल्ड बार

मुंबई. ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ को प्रोत्साहन देते हुए देश के शीर्ष स्टॉक एक्सचेंज एनएसई ने बीआईएस-स्टैंडर्ड गोल्ड के लिए एनएसई रिफाइनर स्टैंडर्ड (एनआरएस) की शुरुआत की घोषणा की है. बीआईएस गोल्ड के लिए एनएसई रिफाइनर स्टैंडर्ड की शुरुआत से अब एनएसई ट्रेडिंग प्लेटफार्म पर कारोबार करने वाले भारतीय रिफाइनर सोने के वायदा अनुबंधों के सेटलमेंट भारत में उत्पादित गोल्ड बार्स से कर पाएंगे. बीआईएस गोल्ड के लिए एनएसई रिफाइनर स्टैंडर्ड शुक्रवार से प्रभावी हो गया है. 

एनएसई रिफाइनर स्टैंडर्ड की शुरुआत

एनएसई के मुख्य व्यवसाय अधिकारी रवि वाराणसी ने कहा कि अब तक एनएसई के कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट पर गोल्ड सौदों के सेटलमेंट के लिए एक्सचेंज में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन से मान्यता प्राप्त रिफाइनर द्वारा बनाए गोल्ड बार ही स्वीकार होते थे, परंतु हमने देखा कि ऐसे कई भारतीय रिफाइनर हैं, जिनके पास भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के अधिसूचित मानकों ‘आईएस 17278: 2019’ के अनुसार शुद्ध गोल्ड बार को निर्माण की क्षमता है. इसलिए भारत की गोल्ड रिफाइनरी कंपनियों को प्रमोट करने के लिए एनएसई ने यह निर्णय लिया गया है कि बीआईएस अधिसूचित मानकों का पालन करने वाले भारतीय रिफाइनर  द्वारा उत्पादित गोल्ड बार्स को स्वीकार किया जाएगा.

बीआईएस-स्टैंडर्ड गोल्ड के लिए एनआरएस की शुरुआत से स्वीकार्य बुलियन कमोडिटी के दायरे में वृद्धि होगी. जिससे एक्सचेंज ट्रेडेड डिलीवरेबल बुलियन कमोडिटी डेरिवेटिव में घरेलू भागीदारों को बढ़ावा मिलेगा. यह बाजार को डेप्थ देगा और भारतीय कमोडिटी डेरिवेटिव बाजार में भौतिक सेटलमेंट ढांचे के समग्र विकास की सुविधा भी प्रदान करेगा.