राजनीतिक मुद्दों से बचना ही अच्छा, विवादों से दूर रहे सेलिब्रिटी

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    स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) और क्रिकेट के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) दोनों ही भारत रत्न हैं. एक ओर यह विश्वविख्यात हस्तियां हैं तो दूसरी ओर महाराष्ट्र भी इन दोनों पर अत्यंत अभिमान करता है. भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान (Bharat Ratna) पाने के बाद इन्हें किसी विवादास्पद मसले पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए था. वही इनकी गरिमा के अनुकूल होता. इसके अलावा जो अपना विषय नहीं है, उसमें क्यों हाथ डालना? सामान्य बात है कि हिस्ट्री का प्रोफेसर केमिस्ट्री नहीं पढ़ा सकता क्योंकि वह उसके अध्ययन-अध्यापन का विषय नहीं है.

    किसी भी आंदोलन से निपटने के लिए सरकार काफी है. उसके पास अधिकार, शक्तियां और कानून का डंडा है, इसलिए बाकी लोगों को बीच में पड़ने की क्या जरूरत? अपने ट्वीट (Twitter) से केंद्र की मोदी सरकार को खुश करने की फिराक में लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर जैसे सेलिब्रिटी महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार के रडार पर आ गए. किसान आंदोलन को समर्थन देने वाले विदेशियों को करारा जवाब देते हुए लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर कहा कि देश को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इस तरह के प्रयत्न को हर हाल में रोकना होगा. सेलिब्रिटीज के इस ट्वीट के बाद आरोप लगाया गया कि मोदी सरकार ने सेलिब्रिटीज व खिलाड़ियों को ट्वीट करने के लिए दबाव तंत्र का इस्तेमाल किया और इसके लिए पैसे भी दिए गए. कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत (Sachin Sawant) ने प्रश्न किया कि क्या इन गणमान्य व्यक्तियों ने बीजेपी के दबाव में ट्वीट किया? गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने सावंत की मांग स्वीकार करते हुए कहा कि इसकी जांच इंटेलिजेंस एजेंसी से करवाई जाएगी. गृह मंत्री के इस आदेश से खलबली मच गई है.

    राज्य सरकार के इस रवैये पर तीव्र नाराजगी जताते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह निंदनीय है. कहां गई मराठी अस्मिता? कहां गया महाराष्ट्र धर्म? भारत रत्न की जांच करवाने वाले ऐसे रत्न देश में कहीं भी नहीं मिलेंगे. इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है. इस सरकार का दिमाग ठिकाने पर है या नहीं! भारत रत्न की जांच करने की भाषा बोलते समय शर्म आनी चाहिए. भारत रत्न से ऐसा व्यवहार करना कौन सी संस्कृति है? बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि शरजील को भगाने में मदद करने वाले लोग भारत रत्नों को आरोपी के कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर ने जो ट्वीट किए, वे देशहित में हैं. विदेशी सेलिब्रिटीज के देश विरोधी ट्वीट का करारा जवाब देने की जिम्मेदारी इन भारतीयों की ही है.