MBBS के बाद दो चरणों में होगी ‘नेक्स्ट’ की परीक्षा, 28 जुलाई को होगा मॉक टेस्ट, यहां पढ़े डिटेल्स

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नई दिल्ली: हाल ही में आई बड़ी खबर के मुताबिक, ‘नेशनल एग्जिट टेस्ट’ यानी ‘नेक्स्ट’ परीक्षा को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि देश के 2019 बैच के अंतिम वर्ष के एमबीबीएस छात्रों के लिए नेशनल एग्जिट टेस्ट (NEXT) अगले साल दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पीटीआई न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। आइए जानते है ‘नेशनल एग्जिट टेस्ट’ के बारे में पूरी डिटेल्स…

2 चरणों में ‘नेशनल एग्जिट टेस्ट’ 

जानकारी के लिए आपको बता दें कि पहले चरण की परीक्षा अगले साल फरवरी में आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के माध्यम से एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्रों को मेडिकल कॉलेजों में डिग्री और पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश मिलेगा। दरअसल यह परीक्षा एम्स दिल्ली द्वारा आयोजित की जाएगी। केंद्र सरकार के राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद देश के सभी मेडिकल कॉलेजों में ऐसे सभी छात्रों के लिए वर्ष 2019 में ‘नेशनल एग्जिट टेस्ट’ यानी ‘नेक्स्ट’ आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य देश में गुणवत्तापूर्ण डॉक्टरों की संख्या बढ़ाना है। इसलिए, इस वर्ष MBBS के छात्र जो छात्र अंतिम वर्ष में हैं उन्हें यह परीक्षा देनी होगी। 

राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान आयोग ने दी जानकारी 

इस बारे में जानकारी देते हुए राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान आयोग के एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड (ईएमआरबी) के सदस्य डॉ. योगेन्द्र मलिक ने कहा, अगली परीक्षा का पहला चरण पास करने के बाद एक साल की इंटर्नशिप करनी होगी। एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्रों को इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश मिलेगा। इंटर्नशिप के बाद, मेडिकल प्रोफेशन लाइसेंस प्राप्त करने और मेडिकल प्रैक्टिशनर के रूप में पंजीकरण करने के लिए परीक्षा के दूसरे चरण को पास करना होता है।

28 जुलाई को मॉक टेस्ट

नेक्स्ट की तैयारी के लिए 28 जुलाई को मॉक टेस्ट आयोजित किया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन आज (28 जून) से शुरू किया जाएगा. एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र इस परीक्षा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। पहले चरण में लिखित परीक्षा होगी।  इस परीक्षा में सात पेपर होंगे। साथ ही, जिन छात्रों ने विदेश से डिग्री हासिल की है, उन्हें भी भारत में प्रैक्टिस करने के लिए यह परीक्षा देनी होगी। पहले चरण की परीक्षा के बाद एक साल की इंटर्नशिप करनी होगी, जिसके बाद छात्र दूसरे चरण की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। 

राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने मांगी जानकारी 

ऐसे में अब राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने देश के सभी राज्यों के मेडिकल कॉलेजों को पत्र भेजकर एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों की जानकारी मांगी है कि वे कोर्स कब पूरा करेंगे..? इस संबंध में जानकारी मांगी गई है। इस साल देश के सभी छात्र जो एमबीबीएस के अंतिम वर्ष में हैं उन्हें यह परीक्षा देनी होगी। जिसका मॉक टेस्ट 28 जुलाई को है।