DUSU Election 2023
DUSU Election 2023

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नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव में DUSU के चारों पदों पर ABVP ने जीत दर्ज की है।   शनिवार को हुए कई दौर की मतगणना के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के उम्मीदवार केंद्रीय पैनल के चार में से तीन पदों पर आगे रही। बाद में ABVP ने चारों पदो पर बढ़त बना ली। DUSU अध्यक्ष पद के चुनाव में ABVP और कांग्रेस से संबद्ध ‘नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया’ (NSUI) के बीच कांटे की टक्कर रही और एबीवीपी 2,200 मतों से रही बाद में जीत दर्ज कर ली। वहीं कहा ये जा रहा है कि एनएसयूआई उपाध्यक्ष पद के चुनाव में आगे है, जबकि सचिव और संयुक्त सचिव के पदों पर एबीवीपी ने बढ़त बना रखी है। दूसरी ओर ABVP का क्लीन स्वीप बताया जा रहा है। लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

26 दौर की मतगणना के बाद घोषित होगा रिजल्ट

DUSU के केंद्रीय पैनल के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं संयुक्त सचिव पदों पर चुनाव के लिए मतगणना जारी है। इस चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ था। चुनाव परिणाम 26 दौर की मतगणना के बाद घोषित किए जाएंगे। DUSU के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा साझा किए गए आंकड़े के अनुसार, पहले आठ दौर की मतगणना में एबीवीपी के उम्मीदवार सभी चार पदों पर आगे थे और एनएसयूआई सभी पदों पर पीछे थी। DUSU चुनावों में हमेशा एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली है। 

DUSU चुनाव में 24 उम्मीदवार मैदान में

DUSU चुनाव में 24 उम्मीदवार मैदान में हैं। इससे पहले DUSU चुनाव 2019 में हुए थे। कोविड-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं कराए जा सके थे, जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में संभावित व्यवधान के कारण 2022 में भी चुनाव नहीं हुआ था। चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर चंद्रशेखर ने बताया कि इस चुनाव में 42 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव में करीब एक लाख छात्र मतदान करने के लिए पात्र थे। इससे पहले 2019 में हुए DUSU चुनाव में मतदान प्रतिशत 39.90 रहा था जबकि 2018 और 2017 में मतदान प्रतिशत क्रमश: 44.46 और 42.8 फीसदी रहा था। 

ABVP ने 2019 DUSU चुनाव दर्ज की थी जीत

केंद्रीय पैनल के लिए 52 कॉलेज और विभागों में चुनाव ईवीएम के माध्यम से कराए गए, जबकि कॉलेज संघ चुनावों के लिए मतदान कागजी मतपत्र पर हुआ। फीस वृद्धि, किफायती आवास का अभाव, कॉलेज में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान सुरक्षा और मासिक धर्म अवकाश चुनाव में छात्रों के लिए मुख्य मुद्दे रहे। ABVP, एनएसयूआई, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थित ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (SFI) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी (CPI-ML) से संबद्ध ‘ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन’ (AISA) ने सभी चार पदों के लिए उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। 

ABVP ने 2019 DUSU चुनाव में चार पदों में से तीन पर जीत दर्ज की थी। दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेज और संकायों के लिए डूसू मुख्य प्रतिनिधि निकाय है। हर कॉलेज का अपना अलग छात्र संघ भी है, जिसके लिए हर साल चुनाव होता है। (एजेंसी/Input)