पुणे : लीजेंड (Legend) एक्ट्रेस (Actress) और रंगकर्मी उत्तरा बावकर (Uttara Bawkar) का लंबी बीमारी के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे (Pune) शहर में निधन हो गया। उनके परिवार के नजदीकी सूत्रों ने यह जानकारी दी। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक वह 79 वर्ष की थीं और पिछले करीब एक साल से बीमार थीं। अभिनेत्री ने मंगलवार को पुणे के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार बुधवार सुबह किया गया।
एक्ट्रेस के निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। फैंस से लेकर सेलेब्स तक सभी उनके निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। फिल्म एक्टर मनोज जोशी ने भी अपने ट्विटर हैंडल के जरिए ट्वीट कर उत्तरा बावकर को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, “उत्तर बावकर जी का निधन भारतीय फिल्म उद्योग के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके निधन से गहरा दुख हुआ है।”
Demise of Uttara Baokar Ji is an irreparable loss to Indian Film Industry. Deeply pained by her demise. ॐ शांति pic.twitter.com/nX0IMevO3P
— Manoj Joshi (@actormanojjoshi) April 12, 2023
बता दें कि उत्तरा बाओकर का जन्म 1944 में महाराष्ट्र के सांगली में हुआ था। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में अभिनय की बारीकियां सीखने वालीं उत्तरा बावकर ने ‘मुख्यमंत्री’ में पद्मावती, ‘मीना गुर्जरी’ में मीना, शेक्सपियर के ‘ओथेलो’ में डेसडेमोना और नाटककार गिरीश कर्नाड के नाटक ‘तुगलक’ में मां की भूमिका के अलावा विभिन्न लोकप्रिय नाटकों में यादगार किरदार निभाया। गोविंद निहलानी की फिल्म ‘तमस’ में अपने अभिनय के बाद उत्तरा बावकर सुर्खियों में आईं।
उन्होंने सुमित्रा भावे की फीचर फिल्मों में भी काम किया। उनकी फीचर फिल्मों में ‘डोर’, ‘कोरा कागज’, ‘सरदारी बेगम’ और ‘एक दिन अचानक’ जैसी कई फिल्में शामिल है। एक्ट्रेस कई टीवी सीरियल्स में भी अपनी भूमिका निभा चुकी थी। जिसमें ‘रिश्ते कोरा कागज’, ‘उड़ान’, ‘कश्मकश जिंदगी की’, ‘अंतराल’, ‘जब लव हुआ’ और ‘नजराना’ जैसे शोज शामिल हैं। एक्ट्रेस उत्तरा बावकर राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित की जा चुकी थी। (इनपुट-एजेंसी)