हिन्दी फिल्मों के इन रोमांटिक डायलॉग्स से अपने पार्टनर को करें इम्प्रेस

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Valentine day 2020: वैलेंटाइन वीक 7 फरवरी से शुरू हो रहा है। प्यार का ज़िक्र हो और बॉलीवुड का नाम ना आए ये तो मुमकिन ही नहीं। बॉलीवुड में कई लवस्टोरी फिल्में बनी हैं इनके रोमांटिक डायलॉग्स (Famous Bollywood Romantic Dialogues) भी बहुत मशहूर हुए हैं। कुछ डॉयलॉग्स ऐसे रहे हैं, जिन्होंने बड़े पर्दे पर रोमांटिक सीन्स में जान फूंक दी। अक्सर प्रेमियों को बॉलीवुड के डायलॉग्स का सहारा लेते देखा जाता है। जिससे वे अपनी दिल की बात आसानी से अपने प्रेमी या प्रेमिका से बोल देते हैं। हम आपके लिए  बॉलीवुड के कुछ ऐसे ही रोमांटिक डायलॉग्स लेकर आए हैं …. 

फिल्म : जब तक है जान

तेरी आंखों की नमकीन मस्तियां, तेरी हंसी की बेपरवाह गुस्ताखियां, तेरी जुल्फों की लहराती अंगड़ाइयां, नहीं भूलूंगा मैं, जब तक है जान… जब तक है जान…

हर इश्क का एक वक्त होता है… वो हमारा वक्त नहीं था… पर इसका ये मतलब ये नहीं कि वो इश्क नहीं था.

फिल्म : राम-लीला

बड़ा बदतमीज, बेशर्म, खुदगर्ज होता है पर प्यार तो ऐसा ही होता है…

जब राम नाम का राग लागे, तो पानी में भी आग लागे…

फिल्म : आशिकी-2

तुम्हारे इश्क से बनी हूं मैं… पहले जिंदा थी, अब जी रही हूं मैं…प्यार, मोहब्बत, आशिकी सिर्फ लफ्ज़ों के सिवा और कुछ नहीं… पर जब वो मिली… इन लफ्जों को मायने मिल गए…ये जिंदगी चल तो रही थी।।। पर तेरे आने से मैने जीना शुरू किया।

फिल्म : दिल तो पागल है

कह दो कि तुम्हें नहीं लगता कि हम दोनों एक दूसरे के लिये बने हैं… कह दो कि जब मैं तुमसे दूर जाता हूं, तुम मुझे पलट कर नहीं देखती… कह दो कि जब मैं तुम्हें छूता हूं, तुम्हें कुछ नहीं होता… कह दो कि इस वक्त तुम मेरी बाहों में नहीं आना चाहती… एक बार मेरी आंखों में देखो और आखिरी बार कह दो कि तुम मुझसे प्यार नहीं करती…

मैं उससे बहुत प्यार करती हूं… एक दिन के लिये नहीं, एक पल के लिये नहीं… जिंदगी भर के लिये…

अधूरी सांस थी, धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम… मगर अब चांद पूरा है फलक पर और अब पूरे हैं हम…

फिल्म : हम दिल दे चुके सनम

चाहने और हासिल करने में बहुत फर्क है, प्‍यार सिर्फ हासिल करने का नाम नहीं, प्‍यार देने का नाम है.

अगर तुम मुझे ऐसे ही देखती रहोगी… तो तुम्हें मुझसे प्यार हो जाएगा…

प्यार अपनी खुशी में नहीं… बल्कि जिन्हें तुम प्यार करते हो, उनकी खुशी में है.

फिल्म : बरेली की बर्फी

किसी को तुम गुस्सैल लगती हो, किसी को बिगड़ैल लगती हो तुम्हारी अम्मा मज़ाक मज़ाक में कहती हैं कि रात भर घूमती रहती हो तो चुड़ैल लगती हो किसी को तुम्हारी बातें अटपटी लगती हैं किसी को बेहद चटपटी लगती हैं तुम्हारी कसम हमें तुम्हारी हर एक बात बहुत अच्छी लगती है।

फिल्म : रांझणा

साला तुम्हारा प्यार न हो गया… UPSC का इक्जैम हो गया. 10 साल से क्लीयर ही नहीं हो रहा…

नमाज़ में वो थी पर ऐसा लगा दुआ हमारी कबूल हो गई…

हम खून बहाएं, तुम आंसू बहाओ… साला आशिकी न हो गई लाठीचार्ज हो गया…

फिल्म : मोहब्बतें

दुनिया में कितनी है नफरतें… फिर भी दिलों में है चाहतें… मर भी जाएं प्यार वाले… मिट भी जाएं यार वाले… जिंदा रहती हैं उनकी मोहब्बतें…

मोहब्‍बत में शर्तें नहीं होती…. तो अफसोस भी नहीं होना चाहिए.

मैं आज भी उससे उतनी ही मोहब्बत करता हूं… और इसलिए नहीं कि कोई और नहीं मिली… पर इसलिये कि उससे मोहब्बत करने से फुर्सत ही नहीं मिलती.

फिल्म : वीर जारा

मैं नहीं जानता कि मोहब्बत क्या है? हां, जारा के लिये दिल से एक दुआ जरूर निकलती है कि इसकी आंखों में कभी आंसू न आए, ये हमेशा खुश रहे… अब अगर ये मोहब्बत है तो मोहब्बत ही सही…

सच्‍ची मोहब्‍बत जिंदगी में सिर्फ एक बार होती है, और कोई भगवान या खुदा उसे नाकामयाब नहीं करते.

फिल्म : सिलसिला

इज्जतें, दौलतें, शोहरतें सभी कुछ मिलता है लेकिन प्यार कभी नहीं मिलता.

मैं और मेरी तन्हाई, अक्सर ये बातें करते हैं… तुम होती तो कैसा होता… तुम ये कहती, तुम वो कहती, तुम इस बात पर हैरान होती, तुम उस बात पर कितना हंसती… तुम होती को ऐसा होता, तुम होती तो वैसा होता… मैं और मेरी तन्हाई, अक्सर ये बातें करते है.

दो लफ्ज़ है… तन्हा, अकेले… लेकिन एक साथ लिख दिये जाएं तो एक दुनिया, एक कायनात, एक तलाश, एक लम्हा, एक खुशी बन सकते हैं…