गड़चिरोली. मुक्तीपथ अभियान द्वारा देसाईगंज, एटापल्ली व अहेरी में तहसील क्लिनीक का आयोजन किया गया था. इस माध्यम से कुल 31 मरीजों ने उपचार लेकर शराबमुक्त होने के लिए पहल की है.
शराब की लत यह एक बीमारी है. उस पर उपचार किया जा सकता है. यह बात शराब पीनेवाले ध्यान में लेकर नशे की लत छोड़ने के लिए तथा इससे होनेवाली परेशानी कम करने के लिए उपचार ले. इसलिए मुक्तीपथ अभियान द्वारा गावस्तर पर व तहसील स्तर पर क्लिनीक लिया जाता है. देसाईगंज के मुक्तीपथ तहसील कार्यालय में बुधवार 14, एटापल्ली के क्लिनीक में गुरूवार को 5 व शुक्रवार को अहेरी के तहसील क्लिनीक में 12 मरीजों ने उपचार लिया.
ऐसे कुल 31 मरीजों ने शराबमुक्त होने के लिए पहल की है. क्लिनीक में उपचार लेनेवाले मरीजों को समुपदेशन व दवा उपचार किया गया. शराब की लत कैसे लगती है, शराब का दुष्पपरिणाम बताकर ज्यादा से ज्यादा नेशेडी मरीजों ने उपचार लेकर नशामुक्त होने का आह्वान किया गया है.