भंडारा जिप को भी लगाया 6 करोड़ को चुना

  • गडचिरोली जिप मामले का आरोपी ही मास्टरमाईंड

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गडचिरोली. गडचिरेाली जिप के अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर जलसंधारण विभाग के खाते से 2.86 करोड रूपयों ही हेराफेरी करनेवाले मुख्य सुत्रधार ने ही भंडारा जिले में भी 6 करोड की हेराफेरी करने की जानकारी सामने आयी है. गडचिरोली जिप मामले का ही आरोपी इन दोनों जिले के हेराफेरी मामलों का मुख्य सुत्रधार होने की बात इससे स्पष्ट हो रही है. उक्त मामले में और कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी होने की बात कहीं जा रही है. 

गडचिरोली जिला परिषद अंतर्गत जलसंधारण विभाग के युनियन बैंक के खाते से धनादेश द्वारा 2 करोड 86 लाख 13 हजार 851 रुपयों की राशी फर्जी हस्ताक्षर व शिक्के के द्वारा विभीन्न फर्जी खातों में ट्रान्सफर करने का मामला जून 2019 में उजागर होने के बाद जिप प्रशासन में खलबली मची थी. इस मामले के एक वर्ष के बाद स्थानीय अपराध शाखा ने इसमें से 6 आरोपियों को विभीन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया. उल्लेखनिय है कि, इस मामले का मास्टरमाईंड होनेवाले नागपूर निवासी स्नेहदीप सोनी व मध्यप्रदेश के शिवनी जिले के किशोरीलाल डहरवाल यह होकर किशोरीलाल ने ही गडचिरोली युनियन बैंक में जाकर उक्त फर्जी चेक खाते में जमा करने के लिए दिया था. इस समुचे मामले में श्रीराम फायनान्स कंपनी का  एजंट होनेवाले भंडारा जिले के मोहाडी तहसील का निवासी विनोद मंगलसिंग प्रधान ने एक छगन वैद्य नामक गरीब किसान से आधारकार्ड व अन्य दस्तावेज लेकर सोनी व डहरवाल इनके ओर सौंपा था. विनोद प्रधान यह श्रीराम फायनान्स के माध्यम से अनेक लोगों को एक प्रतिशत कमिशन पर बैंक से कर्ज दिलाने का कार्य करता है. छगन वैद्य नामक व्यक्ति के नाम के दस्तावेज के आधार पर उन्होने चंद्रपूर व वर्धा में विभीन्न बैंक में खाते खोलकर उस माध्यम से करोडों की राशी हडपी. इस समुचे मामले में नागपूर का अमित अग्निहोत्री तथा स्नेहदीप सोनी का भाई सुदीप सोनी, अतुल डुकरे यह भी प्रत्येक समय पर गाडी पर आकर बैंक के बाहर खडे रहकर नजर रखते थे. इन सभी कार्यो के लिए प्रत्येक व्यक्ति को विशिष्ट राशी निश्चित की गई थी. यह राशी सभी को वितरीत हुई होकर इसका इस्तेमाल वाहन व प्लाट खरीदी तथा ऐशोआराम की के लिए किए जाने की बात उजागर हुई है. इस मामले में और संबंधित जिला परिषद व बैंक के व्यक्ति का सहभाग है, क्या इसकी जांच भी की जा रही है. 

4 वर्ष पूर्व भंडारा जिप में किया था घोटाला 
भंडारा जिला परिषद में 4 वर्ष पूर्व 6 करोड रूपयों का घोटाला उजागर हुआ था. इस मामले में संबंधित विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों को दोषि ठहराकर कार्रवाई की गई थी. किंतु गडचिरोली जिप का फर्जी चेक घोटाला के 6 आरोपीओं के गिरफ्तारी के बाद उन्होंने दिए हुए बयान के अनुसार इसी व्यक्तीओं ने भंडारा जिला परिषद में भी 6 करोड का घोटाला करने का उजागर हुआ है. जिससे इस दोनों जिला परिषद के घोटाले के सूत्रधार एक होने का स्पष्ट हुआ है.