माहभर में ही उखडा डांबरीकरण – भामरागड तहसिल में निकृष्ठ सडक निर्माणकार्य

  • कडी जांच की मांग

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भामरागड. इस वर्ष तहसिल में जगह जगह सडक का निर्माणकार्य (दर्जेन्नती) करने में शुरूवात हुई. कुछ ठेकेदारों ने निकृष्ठ दर्ज का निर्माणकार्य व डांबरीकरण करने से एक ही माह में डांबरीकरण उखडकर गड्डे गिरने लगे. जिससे सरकार के करोडो रूपए गड्डे में गए या, किसी के जेब में? ऐसी चर्चा होने लगी है. उक्त निर्माणकार्य की कडी जांच कर संबंधितों पर कार्रवाई करने की मांग जोर पकड रही है.

तहसिल में इस वर्ष जगह जगह सडकों के दर्जोन्नती के काम निकले. कुछ समय पहले ही सडक मार्ग में भ्रष्टाचार संदर्भ में ठेकेदार और संबंधित 2 अभियंता पर  पुलिस में शिकायत की गई थी. उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू हुई. किंतु सडक का निकृष्ठ दर्ज का नर्मिाणकार्य को देखकर उनपर कुछ भी परिणाम होने का नहीं दिखाई दे रहा है.

ग्रामविकास मंत्रालय भारत सरकार के एक उपक्रमव्दारा प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजनाज् अंतर्गत बोटनफुंडी-ताडगाव-मन्नेराजाराम-बामनपल्ली इस 38 किमी सडकों के दर्जोन्नती (निर्माणकार्य) एक ठेकेदार को दिया गया. इसी काम में स्लॅब ड्रेन-42 नग व नाली निर्माणकार्य-1280 मीटर का समावेश है. 17 करोड 49 लाख 5 हजार 263 रूपयों का उक्त काम का कार्यरंभ आदेश 13 अगस्त 2019 होकर काम की अवधि 12 अगस्त 2020 तक है. तथा पाच वर्ष देखभाल व मरम्मत की हमी भी है. किंतु संबंधित ठेकेदारों ने काम का बोर्ड न लगाते हुए काम को शुरूवात की. टालमटोल खुदाईकरण कर गट्टिी भरी, उसपर कुछ जगह पर मुरूम व कुछ जगह पर मिटटी डाली. मिटटी पर ही अत्यल्प डांबरीकरण किया. केवल 1 से 2 इंच का डाला हुआ डांबर एक माह में ही उखडने से मिटटी दिख रही है. कुछ जगह पर तो डांबरीकरण शुरू रहते समय ही तीन दिन में ही मट्टिी दिखने लगी. इस संदर्भ में जिंजगाव के सामाजिक कार्यकर्ते व खेतीनष्ठि किसान पुरस्कृत सिताराम मडावी ने उक्त कार्य पर आक्षेप लेने पर, उखडा हुआ डांबर फिर से खोदकर अच्छा करने का आश्वासन दिया. किंतु अब तो पूरे सडक पर जगह जगह डांबर उखडकर गड्डे गिरने लगे व गड्डों में पाणी जमा होने लगा  है. इस डांबरी सडक पर पैदल चलनेवालों के पैर फसने से कार्य के दर्जे के प्रती प्रचिती आ रही है. तहसिल में शुरू रहनेवाले इस सडक नर्मिाणकार्य की कडी जांच की जाए तथा संबंधितों पर कडी कार्रवाई की जाए, तथा अभियंता के समक्ष पुनश्च सडक खोदकर गट्टिी, मुरूम डांबर का पुनर्भरण करे ऐसी मांग जोर पकड रही है.