- अब सीआरपीएफ जवानों का कोरोना से मुकाबला
- जिले की धड़कने बढ़ी, महामारी से निपटना हुआ भारी
गड़चिरोली. चीन से उपजे कोरोना वायरस के संक्रमण ने विश्व के साथ ही समूचे देश को हिलाकर रख दिया है. कोरोना संक्रमण ने महाराष्ट्र के सभी जिलो को प्रभावित किया है. मात्र अन्य जिलों की तुलना में आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में इसका प्रादुर्भाव कम नजर आ रहा था. लॉकडाउन के चौथे चरण तक गड़चिरोली जिला ग्रीन झोन में शुमार था. किंतू इसी बीच लॉकडाउन में मिली शिथिलता तथा जिला बंदी में दी गई अनुमति भरी छूट ने जिले में 18 मई को कोरोना का प्रवेश करा दिया. इसके शुरुआती दौर में प्रादुर्भाव पर कुछ नियंत्रण देखा जा रहा था. इस दौरान कुछ सुज्ञ नागरिको ने जिलाबंदी पर कड़े अमल की जरूरत महसूस की थी. मगर जिले में जिलाबंदी में जारी अनुमति भरी शिथिलता ने जिले में कोरोना की घुसपैठ बेछुट कर दी है. अन्य जिलों के साथ ही कोरोना रेड जोन क्षेत्र से भारी तादाद में हुए लोगो के आवागमन ने जिले में रेड अलर्ट की घंटी बजा दी है. ऐसी बात अब कही जा रही है.
जिले में नक्सलियों की गतिविधियों पर रोक लगाने हेतु जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ की टुकड़ियों को तैनात किया गया है. जिससे छुट्टियों पर गए सीआरपीएफ जवान लॉकडाउन की शिथिलता के चलते लौटने लगे है. जिले में लौटे सीआरपीएफ जवानों के जत्थे कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे है. जिससे अब जिले में स्वस्थ्य सीआरपीएफ जवान नक्सलियों से तो बाधित जवान कोरोना से मुकाबला करते नजर आ रहे है. अबतक जिले में अपने कर्तव्य निर्वहन हेतु लौटे 50 के करीब सीआरपीएफ जवान कोरोना संक्रमण से जूझ रहे है. जिससे जिले में कोरोना बाधितों का दायरा भी एकाएक बढ़ा दिया है. जिले में बाधितों का आंकड़ा डेढ़ सौ से पार हुआ है. शुरूआत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने से जिले में कोरोनामुक्त होनेवाले मरीजो का आंकड़ा भी सम-समान नजर आ रहा था. जिससे जिला कोरोना मुक्त होगा ऐसी आस सभी लगाए हुए थे. मात्र एकाएक बढ़ रहे बाधितो के चलते जिले की धड़कने बढ़ा दी है.
गड़चिरोली जिला यह आदिवासी बहुल तथा पिछड़ा जिला है. इस जिले में अन्य बुनियादी सुविधाओं के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव हैं. जिले में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है. स्वास्थ्य चिकित्सा विषयक संसाधन भी कम है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते दायरे से निपटना यह जिले के स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन के लिए अग्नि परीक्षा से कम नही है.
अधिकारी ने लिया हल्का, आमजन क्या करे
गडचिरोली जिले में कर्तव्य का निर्वहन करने लौटनेवाले सीआरपीएफ जवानों के साथ ही कुछ सरकारी अधिकारी व कर्मी कोरोना बाधित पाए जा रहे है. 2 दिन पूर्व मुलचेरा के नपं के सीओ की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आयी है. जिससे प्रशासनिक गलियारें में भी खलबली मची हुई है. बताया जाता है कि, जब सीओ लौटे थे तब वे क्वारंटाईन नहीं थे. जिससे वे अनेकों के संपर्क में आने की बात कहीं जा रही है. उनसे करीबी संपर्क में आनेवाले 19 लोगों के नमुने लिए गए है. जिसमें कुछ अधिकारी व कर्मीयों का भी समावेश है. बतां दे कि, जिलाधीश ने सभी को क्वारंटाईन अन्य नियमों का पालन करने की सक्ती से हिदायत दी है. मगर अधिकारी ने ही इसे हल्के में लिया है. ऐसे में आमजन क्या करे, ऐसा सवाल उठाया जा रहा है.