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  • घर-घर जाकर वितरण

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गोंदिया. जिप की शालाओं में शिक्षा लेने वाले जिले के 1 लाख 17 हजार 964 विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकों का वितरण किया जाएगा. इसके लिए गोंदिया जिप ने 6 लाख 27 हजार 632 पाठ्यपुस्तकों की मांग बालभारती पाठ्य पुस्तक मंडल नागपुर से की गई थी. इसमें से 6 लाख 7 हजार 164 पुस्तकें जिले को मिली है. इसके बाद और 19,668 पुस्तकें जल्द मिलने वाली है. जिले की जिप की शालाओं में कक्षा 1 ली से 8 वीं तक शिक्षा लेने वाले 1 लाख 17 हजार 964 विद्यार्थियों के लिए 6 लाख 27 हजार 632 नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकों की मांग की गई थी. जिसमें 6 लाख 7 हजार 964 पाठ्यपुस्तकें प्राप्त हो गई है. पुस्तकें विद्यार्थियों को वितरित की गई है. कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से विद्यार्थियों के घर-घर जाकर पुस्तकों का वितरण किया जा रहा है.

जीर्ण शालाओं में नहीं लगेगी क्लास
शाला शुरू होने के बाद आवश्यक उपाय योजना करने के भी निर्देश दिए गए हैं. शाला में हाथ धुलाई के लिए हैंडवाश स्टेशन तैयार कर साबुन की व्यवस्था करने की सूचना दी गई है. हर एक विद्यार्थी को स्वच्छ मास्क उपयोग करने प्रदर्शन द्वारा जानकारी देने के निर्देश दिए गए. सोशल डिस्टेंसिंग रखने की भी बात कही गई. विद्यार्थियों को पीने के लिए शुद्ध पानी दिया जाए ऐसी सूचना शालाओं को दी गई. बारिश के दिनों में जीर्ण व खतरे वाली इमारत में विद्यार्थियों की बैठक व्यवस्था नहीं करने को कहा गया है. परिसर में विद्यार्थियों को जाने से मना कर खतरे की सूचना वाले फलक लगाने की बात कही गई है. शाला परिसर में गंदा पानी जमा न हो इसका भी ध्यान रखना होगा. 

कंटेनमेंट जोन में अनुमति नहीं
कोरोना के प्रादुर्भाव को ध्यान में रखकर नया शैक्षणिक सत्र शुरू करने पूर्व शिक्षण विभाग के सभी पर्यवेक्षीय अधिकारियों की तहसील निहाय बैठक आयोजित की गई. जिन शालाओं में क्वारंटाइन केंद्र है और कोरोना कंटेनमेंट जोन में आने वाली ऐसी शालाओं को छोड़कर शाला शुरू करने की सूचना दी गई. शालेय शिक्षण व क्रीड़ा विभाग के निर्देशानुसार शिक्षाधिकारी प्राथमिक, माध्यमिक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी के संयुक्त हस्ताक्षर से मार्गदर्शक सूचना के पत्र सभी शालाओं को भेजे गए हैं. 

शिक्षकों को देना होगा फिटनेस प्रमाण
मुख्याध्यापकों को शाला शुरू करने का निर्णय परिस्थिति अनुसार लेन की सूचना दी गई. शिक्षकों को संभवत: सप्ताह में एक या दो दिनों बाद बुलाए, एक ही दिन सभी शिक्षकों को नहीं बुलाए, बारी बारी से शाला में बुलाया जाए, शिक्षकों को शाला में उपस्थित रहने के पूर्व तहसील वैद्यकीय अधिकारी से स्वास्थ्य जांच का फिटनेस प्रमाण हासिल कर शाला में उपस्थित रहने की सूचना दी गई.