- ड्रम बिक्री करने वालों के बच्चों का समावेश
गोंदिया. जिप कार्यालय के समग्र शिक्षा अभियान की जिला समन्वयक कुलदीपिका बोरकर ने यायावार 9 शाला बाह्य बालकों को शाला में दाखिला दिलाया है. जिला समन्वयक बोरकर नवंबर में सालेकसा की निवासी छात्रालय को भेंट देकर गोंदिया वापस लौट रही थी. तभी ग्राम ठाना परिसर में अस्थायी परिवार के 5 तंबू दिखाई दिए. जहां उन्हें बच्चे भी खेलते हुए पाए गए.
उन्होंने वाहन रोककर उनसे पूछताछ की. यह परिवार वाले मध्यप्रदेश के होने की जानकारी मिली. जिसमें 6 से 14 वर्ष के 5 बालक खेल रहे थे. इसमें से रोहित टाकिया नाम का बालक आंगनवाड़ी में पढ़ा था. शेष बालक कभी शाला में नहीं जाने की जानकारी पालकों ने दी. उन्होंने कुछ दिन रहकर ग्राम मोहाड़ी जाने की बात कही. उनकी शिक्षा का महत्व तथा शिक्षा गारंटी पत्रक क्या है, इसकी जानकारी बोरकर ने दी.
समन्वयक बालरक्षक ने दिया शिक्षा गारंटी पत्रक
बालकों को ठाना के शाला में दाखिल कराने की तैयारी पालकों ने दर्शाई. इस दौरान तहसील समन्वयक बालरक्षक कुमुदिनी घोडेस्वार ने शिक्षा गारंटी पत्रक दिया. परिवार वाले प्लास्टिक के ड्रम की बिक्री करने का व्यवसाय करते हैं. पालकों से संवाद सादते समय उन्होंने भी अच्छा प्रतिसाद दिया. इतना ही नहीं इसके आगे हम नहीं जाएंगे, वहां शाला में बच्चों को दाखिल करेंगे ऐसा उन्होंने बताया. इस अवसर पर गोंदिया के लेखाधिकारी अश्विन वाहाने, सहायक लेखाधिकारी महावीर आमानावार, बालरक्षक संतोष खेरडे, संजय गालपल्लीवार आदि उपस्थित थे.
जिप वरिष्ठ प्राथमिक शाला ठाना में 24 नवंबर को 9 बालकों को दाखिल किया गया है. बालकों में शिवन्ना गणपत भाटिया (9), चंदा गणपत भाटिया (6), कंचन तूफान बटोला (6), ऋतीक तूफान बटोला (8), रोहित तूफान बटोला (10), अमृता भाटिया (7), रोहित भाटिया (8), रोशनी भाटिया (7) व रोहित टाकिया (7) का समावेश है. सभी विद्यार्थियों को आयु के अनुसार दाखिल किया गया. इतना ही नहीं उन्हें शिक्षा हमी कार्ड भी सौंपा गया है.