Construction Work
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लॉकडाउन के चलते शहर के कई निर्माण कार्य रूक गए है. अन्य सामग्री भले ही आसानी से मिल जाए, किंतु अभी रेती मिलने में काफी परेशानी हो रही है और जो मिल भी रही है, वह दाम बढ़ाकर बेची जा रही है.

  • घाटों की नहीं हुई नीलामी

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तिरोड़ा. लॉकडाउन के चलते शहर के कई निर्माण कार्य रूक गए है. अन्य सामग्री भले ही आसानी से मिल जाए, किंतु अभी रेती मिलने में काफी परेशानी हो रही है और जो मिल भी रही है, वह दाम बढ़ाकर बेची जा रही है. रेती को चोरी छिपे ट्रक ट्रैक्टर मालिक ला रहे हैं. अगर पकड़े गए तो उन्हें लाखों जुर्माना भरना पड़ रहा है. अन्यथा ट्रक, ट्रैक्टर पुलिस स्टेशन, तहसील कार्यालय में जमा करना पड़ता है. इस डर के कारण वाहन मालिक अपने वाहन जोखिम में नहीं डालना चाहते और जो रेती ला रहे हैं वे ऊंचे दामों में बेच रहे हैं. जिससे निर्माण कार्य करने में भारी कठिनाई हो रही है.

बारिश के बाद और होगी समस्या
पिछले 3 महीने से राज्य में कोरोना संचारबंदी को लेकर लाकडाउन शुरू है. प्रशासन की पूरी यंत्रणा का ध्यान उसकी रोकथाम में लगा है. जिसकी वजह से महाराष्ट्र शासन द्वारा रेती घाटों की नीलामी नहीं हो पाई है. रेती घाटों की नीलामी नहीं होने से प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्य रूके है. कई गरीब अन्य स्थानों पर आश्रय लेकर आवास योजना अंतर्गत अपने आवास निर्माण होने का रास्ता देख रहे हैं. जल्द ही रेती घाटों की नीलामी नहीं हुई तो जून में बारिश होगी और आगामी 4 महीने तक रेती नहीं मिलेगी. जिससे निर्माण कार्य रूक जाएंगे.