कोरोना की दहशत से नागरिकों को मुक्त करें

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गोंदिया. जिला मुख्यालय के प्रतिष्ठित नागरिकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री व मुख्य सचिव को उप विभागीय अधिकारी अनिल खड़तकर के माध्यम से ज्ञापन भेजकर कोरोना की दशहत से नागरिकों को मुक्त करने की मांग की है.

ज्ञापन में कहा गया कि जिले में कोरोना का प्रकोप है. कोविड सदृश्य निमोनिया की बीमारी हर वर्ष अगस्त, सितंबर व अक्टूबर माह में अधिक रहती है. शासकीय अस्पताल में स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मियों की कमी के साथ ही दवाइयों का पर्याप्त संग्रह नहीं होने से कोरोना मरीजों की मृत्यु हो रही है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि मास्क के अधिक उपयोग स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम होने लगा है.

भीड़ वाले स्थानों पर बढ़े मास्क की सख्ती

वाहन, रिक्शा चलाते व मेहनत के काम करते वक्त दमा ग्रस्तों को आक्सीजन की अधिक जरूरत पड़ती है ऐसे समय मास्क से आक्सीजन नहीं मिलने पर व्यक्ति की दम घुटने से मृत्यु हो सकती है. जिससे भीड़ वाले स्थानों में मास्क के सख्ती की जाए, दंड की राशि कम की जाए, इस पर पुनर्विचार होना चाहिए. प्रतिनिधि मंडल में रमेश ब्राम्हणकर, विजय बहेकार, डीएस मेश्राम, पूर्व नगराध्यक्ष केबी चौहान, कैलाश भेलावे, पेमेंद्र चौहान, आरएन चौधरी, वीवाय मेंढे, एड. रामदयाल हिरकने, सुनील ब्राम्हणकर, एमएल कठाने, एसआर सलील व चाहत मेश्राम आदि शामिल थे.