अटकी धान की रोपाई,आधा महीना बीता, नहीं हुई पर्याप्त बारिश, उत्पादन पर होगा असर

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    गोंदिया. जिले में इस वर्ष खरीफ मौसम में 1 लाख 77 हजार 726 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपाई का लक्ष्य रखा गया है. आधा जुलाई माह खत्म होने पर है, लेकिन अब तक पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण धान की रोपाई के काम अटके पड़े हैं. बताया गया कि जिले में अब तक 23 हजार 321 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल लगाई गई है.

    कृषि विभाग के अनुसार जिले में कुल मिलाकर 18 हजार 457.22 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की नर्सरी लगाई गई है, लेकिन पर्याप्त बारिश न होने से जिले आठों तहसील में मिलाकर अब तक 16 हजार 967 हेक्टेयर क्षेत्र में ही धान की रोपाई का कार्य पूरा हुआ है, जबकि 6 हजार 353 हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों ने बुआर पद्धति से धान की रोपाई की है. जानकारी के अनुसार गोंदिया तहसील में कुल 43 हजार 723 हेक्टेयर क्षेत्र में से अब तक केवल 4 हजार 870 हेक्टेयर क्षेत्र में ही धान की रोपाई की गई है.

    गोरेगांव तहसील में 17 हजार 243 हेक्टेयर में से केवल 671 हेक्टेयर में रोपाई हुई है. तिरोडा में 18 हजार 237 हेक्टेयर में से केवल 908 हेक्टेयर में, सड़क अर्जुनी में 17 हजार 985 हेक्टेयर में से 4 हजार 327 हेक्टेयर में, अर्जुन मोरगांव में 22 हजार 490 हेक्टेयर में से 1041, आमगांव में 18 हजार 645 हेक्टेयर में से 2437, सालेकसा में 16 हजार 731 हेक्टेयर में से 1867 व देवरी तहसील में 22 हजार 672 हेक्टेयर क्षेत्र में से केवल 7 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपाई का कार्य पूरा हुआ है. इस तरह अब तक कुल 13 प्रश. क्षेत्र में धान की रोपाई हो पाई है. उसी प्रकार जिले में 24 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मकई की फसल ली जानी थी, जिसमें से 2.60 हेक्टेयर क्षेत्र में अब तक मकई की फसल लगाई गई है. 

    जोरदार बारिश की जरूरत

    जिल में अब जोरदार बारिश की जरुरत है. उसके बाद ही धान की रोपाई के काम में तेजी आएगी. मौसम को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि अगले कुछ दिनों में बारिश के जोर पकड़ने के साथ ही धान की रोपाई का काम गति पकड़ेगा. यदि इसी तरह की स्थिति बनी रही तो धान उत्पादन पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है.