chandni-chowk

    Loading

    नयी दिल्ली. जहाँ दिल्ली में कुछ दिनों पहले चांदनी चौक में जिस हनुमान मंदिर के तोड़े जाने के पीछे आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) में घमासान हुआ था। वहीं अब उसी जगह पर फिर से रातों-रात हनुमान मंदिर का निर्माण करा दिया गया है। आज यानि सुख्र्वार को एक बार फिर दिल्ली के चांदनी चौक के उसी स्थान पर हनुमान मंदिर दिखा, तो लोगों को भारी हैरानगी हुई और यहाँ हनुमान जी के दर्शनों हेतु लोगों की अब कतार लग गयी है।

    नया निर्मित हुआ हनुमान मंदिर लोहे-स्टील से बना है और इसे बीच सड़क से हटाकर इसके साइड में बनाया गया है। गौरतलब है कि इसी साल जनवरी २०२१ के शुरुआती हफ्ते में यहां स्थित हनुमान मंदिर को तोड़ डाला गया था। फिलहाल चांदनी चौक में सुंदरीकरण का काम चल रहा है, उसी के तहत यहाँ स्तिथ उक्त हनुमान मंदिर को हटाया गया था। हालाँकि इस पर स्थानीय उत्तर दिल्ली नगर निगम का कहना था कि मंदिर को तोड़ा नहीं गया बल्कि सिर्फ शिफ्ट ही किया गया है।

    Courtsey :Praveen Shankar Kapoor

    रातोरात कैसे और किसने बनाया मंदिर: 

    फिलहाल जो यक्ष प्रश्न उठ खड़ा हुआ है कि चांदनी चौक जैसे इलाके में ये मंदिर रातोरात कैसे तैयार हो गया है ।जब वहां मौजूद लोगों से जब ये सवाल पूछा गया तो हर कोई कह रहा है कि यहाँ के स्थानीय लोगों ने ही इस मंदिर को फिर से मिलकर बनवाया है। वहीं, BJP नेता मनोज तिवारी का कहना है कि जिस मंदिर को तुड़वाया गया है उसे अब आम लोगों ने अपने आपसी चंदे से इसका निर्माण कार्य कराया है। हद तो यह है कि दिल्ली पुलिस के पास भी इस मंदिर के फिर बनने की पुख्ता जानकारी नहीं है।

    गौरतलब है कि दिल्ली सरकार द्वारा चांदनी चौक पर सौन्दर्यकरण का कार्य कराया जा रहा है। जिसके तहत यहां मेन रोड पर स्तिथ हनुमान मंदिर को लेकर भयंकर विवाद हुआ था जिसके कारण निर्माण में काफी दिक्कत आ रही थी। हालांकि, जब मंदिर हटा तो कांग्रेस-बीजेपी और आप ने सिर्फ एक दूसरे पर आरोप लगाने का ही काम किया। 

    मंदिर निर्माण पर राजनीति गर्मायी:

    इधर दिल्ली बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने भी अब इस मंदिर बनने को कहा कि, “हमने तो सौंदर्यीकरण का कभी विरोध नहीं किया था, बल्कि हम तो सिर्फ मंदिर को दोबारा स्थापित करवाने की बात कर रहे थे। लेकिन अब लोगों ने इसे दोबारा बनवा लिया है, तो यह यहाँ कि केजरीवाल सरकार के मुंह पर जनता का कसकर मारा हुआ तमाचा है।” मनोज तिवारी ने यह भी कहा कि, “अब मैं खुद इस मंदिर के दर्शन करने जरुर जाउंगा और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को भी हनुमान जी के दर्शन करने चाहिए और अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहिए।” 

    गौरतलब है कि जनवरी २०२१ को जब मंदिर तोड़े जाने का मामला तूल पकड़ रहा था था तब कांग्रेस पार्टी ने भी यहां प्रदर्शन किया था। यही नहीं कांग्रेस ने तो मंदिर हटाने का सीधा आरोप बीजेपी और आम आदमी पार्टी ( AAP) दोनों के मठे पर ही मढ़ा था। बता दें कि फिलहाल दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्य सरकार है, तो वहीं यहाँ के नगर निगमों की कमान BJP के हाथों में हैं। जिसके चलते दोनों पार्टियों में वर्चस्व को लेकर तू-तू-मैं-मैं होती रहती है।