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नयी दिल्ली. मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए विवादस्पद कानूनों (Farm Laws) के चलते जहाँ किसान आंदोलन (Farmers Protest) एक बाद फिर उफ़ान पर है।  वहीं पिछले दो महीनों से चल रहा किसानों का यह आन्दोलन अब दुनियाभर का ध्यान खींच रहा है। जहाँ बीते मंगलवार को अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना (Rihanna) ने इसको लेकर अपना समर्थन जता दिया था। वहीं इसके बाद अब अनेकों इंटरनेशनल सेलेब्रिटी लगातार किसान आंदोलन को लेकर अपनी राय रख या दे रहे हैं। 

दरअसल बीते मंगलवार को पर्यावरण को लेकर काम करने वालीं भारतीय एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम (Licypriya Kangujam) ने ट्विटर पर खुलकर किसान आंदोलन का समर्थन किया था। इस मुद्दे पर लिसिप्रिया कंगुजम ने ट्वीट कर दुनिया को इस आंदोलन का समर्थन करने की अपील भी की थी। यही नहीं उन्होंने क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग (Greta-Thunberg) से भी इस बारे में विस्तृत चर्चा करने की अपील भी की थी।  

गौरतलब है कि लिसिप्रिया कंगुजम तब सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने PM नरेन्द्र मोदी के द्वारा दिए सम्मान को ठुकरा दिया था।  वहीं अब रिहाना के ट्वीट के बाद ग्रेटा थनबर्ग ने भी भारत में जारी किसानों के आंदोलन को लेकर अपना ट्वीट कर दिया है।  ग्रेटा ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “हम भारत में जारी किसानों के आंदोलन के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं।  बता दें कि इसके पहले ग्रेटा थनबर्ग ने भी इससे पहले भारत में NEET की परीक्षा का विरोध कर रहे छात्रों का भी अपना समर्थन किया था। 

विदित हो कि बीती शाम रिहाना के ट्वीट करने के बाद से ही भारत में जारी किसान आंदोलन को लेकर कई बड़े अंतरराष्ट्रीय हस्तियों, संस्थाओं ने ट्वीट कर दिया है। रिहाना के इस ट्वीट के बाद अंतरराष्ट्रीय संस्था ह्यूमन राइट वाच, इंटरनेशनल इंटरनेट राइट्स से जुड़ी संस्था, प्रसिद्ध अमेरिकी मॉडल अमांडा कार्नी समेत कई बड़ी नामी संस्था और सेलेब्रिटी, किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दे चुकी हैं।  

गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों को लेकर कई किसान संगठन पिछले 2 महीनो से दिल्ली बॉर्डर पर आन्दोलनरत हैं।  वहीं बीते 26 जनवरी के दिन आयोजित किसान ट्रैक्टर परेड में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया था। लाखों की संख्या में उपद्रवकारी ट्रैक्टर लेकर दिल्ली के अंदर घुस गए और हुड़दंग और हिंसा करने लगे थे, जिसमें सबसे ज्यादा उपद्रव आईटीओ, लालकिला और नागलोई में किया गया था। इस दौरान उपद्रवकरियों ने लालकिले पर तिरंगे की जगह एक धर्म विशेष का झंडा भी लगा दिया था।