किसान संगठन सरकार से बातचीत को तैयार, लेकिन रखी यह शर्त

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नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agriculture Bill) को लेकर किसानों के आंदोलन (Farmer Protest) को 22 दिन हो गए हैं, लेकिन न तो किसान अपनी मांग से हट रहे हैं और ना ही सरकार (Central Government) ने कानून को वापस लेने से इनकार किया है। हालांकि, इस दौरान सरकार और किसानों के बीच छह दौर की बात हुई लेकिन उसमें कोई नतीजा नहीं निकला। चल रहे इस प्रदर्शन के बीच किसानों ने एक बार फिर सरकार से बातचीत करने की तैयारी दिखाई है, लेकिन उन्होंने साफ कह दिया है कि वह प्रदर्शन करना बंद नहीं करेंगे।”

बातचीत को लाइव दिखाया जाए  

दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर बैठे किसान संगठनों के एक किसान नेता ने कहा, “हम बातचीत के और दौरों के लिए तैयार हैं। सरकार अब SC की मदद ले रही है, ताकि उनके अहंकार को चोट न पहुंचे। टेबल की बातचीत को लाइव दिखाया जाए।”

सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे को करे हल 

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “हम अपनी पंचायत में भविष्य के कार्यों पर चर्चा करेंगे। हमने सड़कें अवरुद्ध नहीं की हैं, पुलिस द्वारा बेरिकेड्स लगाए गए हैं। SC सही है कि इस मुद्दे को जल्द हल किया जाना चाहिए। अगर हमें बुलाया जाएगा तो हम जाएंगे। सरकार संशोधन चाहती है जबकि हम चाहते हैं कि वे कृषि कानूनों को वापस ले।”

भाजपा मुख्यालय में बुलाई बैठक 

देश में चल रहे किसान आंदोलन को देखते हुए भाजपा ने अपने राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सभी महासचिवों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पियूष गोयल भी शामिल थे।