रोहतक की पहली महिला ऑटो चालक बनी मिसाल, प्रियंका गांधी भी कर चुकी हैं सवारी

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रोहतक. भारत के दूसरे शहरों की तरह हरियाणा में भी अब महिलाएं ऑटो रिक्शा की ड्राइविंग सीट पर बैठकर पूरे आत्मविश्वास से ऑटो चलाती दिखाई देती हैं। ऑटो चलाते हुए ये महिलाएं न सिर्फ़ अपने पैरों पर खड़ी हुईं, बल्कि पुरुषों द्वारा स्थापित ग़लत मान्यताओं को भी ख़ारिज कर रही हैं। पहले जो लोग उनकी आलोचना करते थे अब वही लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं। दरअसल हरियाणा के हिसार की रहने वाली प्रमिला (Rohtak Female Auto Driver ने यह करवा शुरू किया था। वह पिछले 6 सालों से ऑटो चलने का काम कर रही हैं। यही नहीं वे अन्य महिलाओं को भी ऑटो चलाना सिखाती हैं। चलिए जानते हैं प्रमिला के बारे में।

प्रमिला बाबरा मुहल्ले में रहती हैं। घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के चलते उन्होंने ऑटो चलाने की ठानी। चलाना सीखा और क्या था फिर सफर शुरू हो  गया। शहर में  प्रमिला ने गुलाबी रंग की ऑटो शुरू की। शुरुआत में उनसे 20 महिलाएं जुड़ीं, धीरे-धीरे कारवां बढ़ता गया। लेकिन बीमार होने के चलते उन्हें ऑटो चलाना बंद करना पड़ा पर अब भी वे अन्य महिलाओं को ट्रेनिंग दे रही हैं। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक शशांक आनंद ने उनके इस काम की सराहना की है। बता दें कि, प्रमिला के ऑटो की कांग्रेस की राष्‍ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) भी सवारी कर चुकी हैं।

रोहतक के आसपास जहां भी महिलाओं को ऑटो चलाने की ट्रेनिंग देनी होती है स्थानीय प्रशासन को लोग प्रमिला से संपर्क करते हैं। इसके बाद प्रमिला और उनकी टीम वहां जाकर महिलाओं को प्रशिक्षण देती है। प्रमिला का मानना है कि, वे मात्र तीन दिनों में किसी को भी चलाना सिखा सकती हैं। जाहिर है कि प्रमिला ने महिलाओं के लिए न सिर्फ़ एक नए रोज़गार का दरवाज़ा खोला है बल्कि इन्होंने समाज को भी झकझोरने का काम किया है।