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डिंडीगुल (तमिलनाडु). मक्कल निधि मय्यम के प्रमुख कमल हासन (Kamal Haasan) ने सोमवार को 18वीं सदी के बागी कमांडर मोहम्मद युसूफ खान (Mohd. Yunus Khan) की ‘अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई’ के लिए प्रशंसा की और मोदी सरकार (Narendra Modi) पर आरोप लगाया कि भारतीय लोकतंत्र (Democracy) अब बीमार हो गया है। खान उर्फ मरूदानयगम (1725-64) की प्रशंसा करते हुए हासन ने कहा कि उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और षड्यंत्र के तहत उन्हें फांसी पर लटका दिया गया।

क्या कहा कमल हासन ने:

उन्होंने पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह ‘सिपाही विद्रोह से करीब सौ वर्ष पहले हुआ’ और अंग्रेजों के खिलाफ खान की लड़ाई स्वतंत्रता के लिए ‘पहला सिपाही विद्रोह’ है। हासन ने मरूदानयगम के जीवन, उस समय पर एक फिल्म बनाना चाहा था लेकिन यह परवान नहीं चढ़ सका। उन्होंने कहा कि एक और ‘आंदोलन’ शुरू होना चाहिए क्योंकि भारतीय लोकतंत्र बीमार हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि भारतीय लोकतंत्र बीमार हो गया है।” हासन ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने उन्हें टॉर्च लाइट का चुनाव चिह्न नहीं दिया था और इससे वह विचलित नहीं हुए। इससे पहले मदुरै में उन्होंने कहा कि वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे लेकिन उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के बारे में नहीं बताया।