सांची. जहाँ एक तरफ मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना के मामले अब बढ़ रहे हैं । वहीं इन बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किए जाने वाले शिवराज सरकार (Shivraj Singh Goverment) के बड़े बड़े दावों की पोल खोलकर रख दी। बता दें कि मध्यप्रदेश में कोरोना के रोजाना मामलों की संख्या 6 हजार के चिंताजनक आंकड़े को अब पार कर चुकी है।
माली ले रहा कोरोना सैंपल:
वहीं अब एक चौंकाने कर्मचारियों की कमी के चलते अस्पतालों में अब माली (बागबानी करने वाला) के जरिए कोरोना के सैंपल जमा किए जा रहे हैं। जी हाँ मध्य प्रदेश के सांची जिले के सरकारी अस्पताल में कुछ ऐसा ही नज़ारे दिखे, जहां अस्पताल के माली के जरिए कोरोना सैंपल एकत्रित किए जा रहे हैं। वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, इस भयंकर महामारी के समय दमोह में अपने चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं।
A gardener in the Sanchi government hospital was assigned to collect #Corona samples. Ironically Sanchi is represented by state health minister Dr Prabhuram Chaudhary who is busy in campaigning for by #elections in Damoh! @INCMP pic.twitter.com/30eTMEFqMg
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) April 13, 2021
Courtsey: Anurag Dwary (@Anurag_Dwary)
क्या है घटना :
जी हाँ साँची के सरकारी अस्पताल में सैंपल एकत्रित करने वाले हल्के राम, अस्पताल के स्थायी कर्मचारी भी नहीं हैं। जब उनसे इस को लेकर सवाल किया गया कि, “आप यह सैंपल ऐसे कैसे क्यों ले रहे हैं तो उन्होंने बताया कि इस अस्पताल के ज्यादातर कर्मचारी खुद ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, मैं अस्पताल का माली हूं और पर्मानेंट भी नहीं हूं।” इस पर वहीं अस्पताल के BMO इनचार्ज राजश्री तिड़के ने इस पर बचाव करते हुए कहा कि, “हमारे माली को सैंपल लेने की ट्रेनिंग दी गई है। हम कर भी क्या सकते हैं। अस्पताल का ज्यादातर स्टाफ इस भयंकर महामारी के संक्रमण की चपेट में है। आपातकाल स्थितियों के लिए हमें दूसरे स्टाफ को ट्रेनिंग देनी पड़ी, जिसमें हमारा यह माली भी शामिल है।”
लेकिन इन सबमें जो सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है कि हैरान करने वाली बात ये है कि यह नजारा जिस जिले के सरकारी अस्पताल का है। उसका प्रतिनिधित्व खुद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी भी करते हैं, जोकि इन दिनों अपने उपचुनावों के प्रचार में जुटे हुए हैं। बता दें कि डॉ चौधरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी सबसे करीबी माने जाते हैं। वहीं वह पिछले कमलनाथ सरकार गिरने से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। इतना ही नहीं उन्हें बीते रविवार को दमोह में कई जगहों पर महिला सम्मेलनों में उनको संबोधन करते हुए देखा गया था।
मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू:
अब इधर इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी का भी गर्म दौर भी शुरू हो गया है। इस पर कांग्रेस नेता सयैद जफर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ” मैं तो खुद किसी ऐसे शख्स की तलाश कर रहा हूं जो मुझे बता सके कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने पिछले 8 दिनों में किसी भी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया हो या फिर समीक्षा बैठक की हो। अगर कोई बता सकता है तो मैं उसे 11 हजार एक रुपये का इनाम भी देने को तैयार हूँ।”
क्या हैं मध्यप्रदेश का कोरोना ग्राफ:
गौरतलब है कि बीते सोमवार को मध्य प्रदेश में अब तक के सर्वाधिक 6,489 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं। वहीं अब तक राज्य में 3,01,0762 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और फिलहाल 38,651 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। लेकिन अब किसी माली द्वारा कोरोना सैंपल एकत्रित किए जाने की खबर सच में अनूठी है।