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    दिल्ली: देश की खुपिया एजेंसियों ने खुलासा किया है कि पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और खालिस्तान आतंक को बढ़ावा देने के लिए यह नया तरीका अपना रही है। जिसको नाकाम करते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़े ड्रग मामले को एक्सपोज किया है। इस मामले में पुलिस ने 2500 करोड़ रुपये की 350 किलो हेरोइन जब्त कर, चार आरोपियों को  हिरासत में ले लिया है।

    भारत की ख़ुफ़िया एजेंसियों ने बताया कि, यह ड्रग्स तालिबान की बजे वाले इलाकों से पाकिस्तान से ईरान होते हुए भारत भेजकर देश के अलग अलग हिस्सों में सप्लाई किया जाता है। जिससे वह भारत में अपना नेटवर्क को  मजबूत करने के लिए लोगों  को ड्रग्स बेच रहे है। उन पैसों से भारत में  स्लीपर सेल को बढ़ाने और उनको मजबूत करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।जिससे देश में आतंक को बढ़ावा दिया जा सके।  

    सूत्रों के मुताबिक, आईएसआई और खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट ने मध्यप्रदेश की शिवपुरी को अपना नया गढ़ बनाया है। जहाँ के ग्रामीण इलाके और शहरों में स्थित छोटी छोटी फैक्ट्री का सहारा लेकर बाहर से आई ड्रग्स को अच्छी क्वालिटी में बनाया जाता है। शिवपुरी के बॉम्बे-आगरा रोड पर चोरी छुपे फैक्ट्री में तैयार किया जाता है । जिससे आसानी से हाईवे मार्ग से दूसरे राज्यों में ड्रग्स भेजी जा सके। ड्रग्स को महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब  और दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों में सप्लाई किया जाता है। कुछ समय पहले मध्यप्रदेश की शिवपुरी में कस्टम और डीआरआई (DRI) की टीम ने कई हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद किया था। 

    चहा बहार पोर्ट से आई ड्रग जब्त 

    जुलाई के पहले ही हप्ते में टेल्को पावडर बोलकर मुंबई लाए जा रहे ड्रग्स को पोर्ट पर ही मुंबई की डीआरआई ने जब्त कर लिया था। जहा करीब 300 किलो ड्रग्स थे। यह ड्रग्स ईरान के चहा बहार पोर्ट से आई थी।वहीं  दिल्ली की पुलिस ने भी करीब 354 किलो जब्त किया है , यह भी ईरान चहा बहार पोर्ट से आई है।  डीआरआई के अधिकारीयों का कहना है कि, उनका ओपरेशन जारी है। सूत्रों के अनुसार दोनों मामले में सप्लाई करने वाला सिंडिकेट एक ही है।