GADKARI-PATEL

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    नयी दिल्ली. आज श्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari)  का 63वां जन्मदिन (HBD Nitin Gadkari) है। अपने कुशल व्यक्तिव और बेहतरीन कार्यकुशलता के चलते वे आज देश और महाराष्ट्र के एक जबरदस्त नेता माने जाते हैं। यूं  तो वे अपनी पार्टी BJP में अपने सहयोगियों के बीच एक ख़ास स्थान रखते हैं। लेकिन अपने बेहतरीन और कर्मठ ‘टास्क मास्टर’ की छवि के चलते वे अपने विरोधी दल के नेताओं में भी खासे लोकप्रिय हैं। वैसे भी नितिन जी को देश और राज्य की जनता एक कर्तव्यनिष्ठ प्रशासक और नेता के रूप में जानती हैं। लेकिन राकांपा नेता और राज्यसभा सांसद प्रफुल पटेल (Praful Patel) उन्हें पाने ख़ास मित्रों से एक मानते हैं और उन्हें ‘आइडिया की फैक्टरी’ जैसे उत्कर्ष पदवी से भी नवाजते हैं। ऐसे ही अनेकों विचार आज श्री गडकरी के जन्मदिन पर सांसद प्रफुल पटेल ने रखे।  

    सांसद प्रफुल पटेल ने गडकरी के जन्मदिन पर दी बधाई:

    नितिन जी और मेरी मित्रता कई दशकों से चलती आ रही हैं। हम दोनों विदर्भ से आते हैं, राजनीति में सक्रिय हैं, इसी लिए हमारी शुरुआती ज़िन्दगी में एक दूसरे से जान-पहचान होना बहुत ही स्वाभाविक था। हमारी राजनीतिक विचारधाराएं भले ही अलग हों, लेकिन हमारी मित्रता के बीच उसकी वजह से कभी भी दरार नहीं आयी। नितिन जी की स्वभाव विशिष्टता ही है कि वे हमेशा वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर इंसानों के रिश्ते समझते हैं। उनके कार्यों और विचारों से यह स्पष्ट होता है। जो भी व्यक्ति समाज के हित के लिए काम कर रहा हो तो उसे वे हमेशा मदद करने की कोशिश करते हैं। इसीलिए किसी भी तरह की सीमाओं से, चाहे वह राजनीतिक हो, आर्थिक हो, धार्मिक हो, या फिर कोई और हो, उनसे परे उठकर बहुत बड़े पैमाने पर दोस्तों का समूह बनाने में महाराष्ट्र में शरद पवार साहब के बाद कोई शख्स हो तो वे नितिन जी हैं, ऐसा मैं मानता हूँ।

    नितिनजी : एक ‘आइडिया की फैक्टरी’:

    हमारी पुरानी दोस्ती की यादें आज भी ताजा हैं। मुझे याद हैं, 9 फरवरी को गोंदिया में मेरे पिताजी स्व। मनोहरभाई पटेल की याद में हर साल एक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। एक साल इस कार्यक्रम के लिए उस समय के राष्ट्रपति मा। शंकर दयाल शर्मा साहब अतिथि के तौर पर आने वाले थे। उस समय किसी भाजपा के कार्यकर्ता ने किसी चीज पर एक शिकायत दर्ज की, जिसकी वजह से कार्यक्रम करीब-करीब स्थगित करने की नौबत आ पड़ी। मैंने उस समय नितिन जी को फोन किया, उन्होंने तुरंत ही कुछ कदम उठाए, जिनकी वजह से कार्यक्रम पर आई मुश्किल टल गयी। लेकिन वे सिर्फ इतना करके ही रुके नहीं, बल्कि वे खुद मा। राष्ट्रपति महोदय के साथ उस कार्यक्रम में आए और अपने भाषण में उन्होंने मेरे पिताजी की और मेरे कार्यों की तारीफ भी की। मुझे लगता हैं कि उनका यही स्वभाव उनका बड़प्पन हैं। लोगों की इतनी मदद करके भी उनको इस बात का गुरूर कभी नहीं हुआ है बल्कि वे आज भी लोगों से हमेशा सादगी से पेश आते हैं।

    दूसरों को देते हैं हमेशा सम्मान :

    मुझे याद है, जब मैं केंद्र सरकार में भारी उद्योग विभाग का मंत्री था। उस समय नितिन जी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। उस समय उन्होंने मुझे फोन किया और बोले ‘गाड़ियों में इथेनॉल का इस्तेमाल कैसे बढ़ाया जाए, इसके लिए वाहनों का उत्पादन करने वाली कंपनियों के प्रमुखों के साथ हमें चर्चा करनी चाहिए।’ मैंने तुरंत कहा, ‘ठीक है हम आपके घर पर इस मीटिंग का आयोजन करते हैं।’ तो उन्होंने तुरंत मुझसे कहा, ‘आप यहां मत आइए, आप मंत्री हैं। हम इस मीटिंग को आपके दफ्तर में ही करते हैं।’ राजनीति में इतनी ऊंचाइयां छूने के बाद भी उनका यह सादगी भरा आचरण अपने आप में एक मिसाल है, जिसे राजनीति में आए नवयुवाओं को सीख के तौर पर देखना चाहिए।

    समाज की भलाई के लिए तत्पर :

    नितिन जी व्यक्तिगत तौर पर बेहद ही जिंदा दिल इंसान हैं, उन्होंने हमेशा अपने दिल की बात अपनी जुबान पर रखी है। अच्छे काम करने वालों का हौंसला बुलंद करने के लिए वे हमेशा तत्पर रहते हैं। जैसे किसी भी अच्छी कला को अच्छा दाद देने वाला इंसान जरूरी है, उसी तरह अच्छी कल्पना की सराहना करने वाला इंसान भी जरूरी होता है। यदि कोई भी अच्छी कल्पना अगर आप नितिन जी को बताएंगे तो वे न सिर्फ उसकी दाद देंगे बल्कि उस कल्पना को और बड़े पैमाने पर कैसे लाया जा सके, इसके और ज्यादा विकल्प बताकर आपसे उस बारे में चर्चा भी करेंगे। मुझे तो कभी-कभी ये लगता है कि नितिन जी ‘चलती फिरती आइडियाज की फैक्टरी’ हैं। उनके दिमाग में हमेशा समाज की भलाई के लिए क्या किया जा सकता है, उसका विचार-विमर्श चलता रहता है, और शायद इसी वजह से वो स्वतन्त्र भारत के सबसे कर्तव्यनिष्ठ राजनेताओं में से एक गिने जाते हैं।

    हर जगह दिखेगी उनके कार्यों की छवि :

    वे आज एक लक्ष्य को ध्यान में रख कर उस राह पर चल रहे हैं। आप अगर उनके दिल्ली के दफ्तर में जाएंगे तो वहां दीवार पर एक चित्र लगा है, जिस पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Jonh F। Kennedy का एक विचार लिखा & ‘American roads are not good because America is rich, but America is rich because American roads are good’। इसी वाक्य से प्रेरित होकर वे आज पूरी ताकत के साथ काम कर रहे हैं। उनकी काम की व्याप्ति इतनी बड़ी है कि आप देश के किसी भी कोने में जाएंगे तो आपको कहीं ना कहीं नितिन जी के काम की छवि दिखाई दे जाएगी।

    इलेक्ट्रिक कार और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने समर्पित :

    नितिन जी का काम सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं हैं। नितिन जी एक दूरदृष्टि रखने वाले कुशल उद्योजक भी हैं और उनकी यही दूरदृष्टि उनकी राजनीति को औरों से अलग बनाती हैं। शायद इसी लिए समाज का फायदा कैसे हो, इसी प्रकार के विचार में वे मग्न रहते हैं और इसी सोच से उनकी आइडिया की फैक्टरी चलती रहती हैं, ऐसा मैं मानता हूं। इसी दूरदृष्टि की वजह से वे आज एक ऐसा काम कर रहे हैं, जो भारत के बहुत ही काम राजनेता कर रहे हैं। आज हमारे सामने जो वैश्विक जलवायु परिवर्तन की समस्या खड़ी हो रही हैं, उसे ध्यान में रखते हुए नितिन जी इलेक्ट्रिक कार और ग्रीन एनर्जी इस्तेमाल करने का प्रसार और प्रचार कर रहे हैं, यह बहुत ही प्रशंसनीय और समर्थनीय बात हैं। मुझे यकीन है कि आज से 100 साल बाद जब भारत का इतिहास लिखा जाएगा, तब नितिन जी का नाम उसमें स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। नितिन जी की सालगिरह के अवसर पर मैं तहे दिल से उनको शुभकामनाएं देता हूं और ये अपेक्षा करता हूं कि नितिन जी का कार्यरथ यूं ही तेजी से आगे बढ़ता रहे और समाज को उनकी दूरदृर्शिता से ऐसे ही फायदा होता रहे।

     

    प्रफुल पटेल

    सांसद (राज्यसभा) एवं वरिष्ठ राकांपा नेता