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नयी दिल्ली. देश (India) के कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination Drive) के दूसरे चरण (Phase 2) में अब PM  नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और सभी मुख्यमंत्री को कोरोना का टीका लगनेवाला है।  गाइडलाइन्स के अनुसार अब दूसरे चरण में 50 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।  गौरतलब है कि टीकाकरण पर हुई  वै मुख्यमंत्रियों की बैठक में PM मोदी ने कहा था कि घबराने की कोई भी जरूरत नहीं है, दूसरे फेज में सभी का कोरोना वैक्सीनेशन करा दिया जाएगा, जो भी 50 साल के ऊपर होंगे। 

इसी के अनुसार अब वे सभी सांसद और विधायक, जिनकी उम्र 50 साल से ऊपर है, उनको दूसरे चरण में कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।  गौरतलब है कि अभी देश में अभी कोरोना वैक्सीनेशन का पहला फेज ही चल रहा है, जिसके तहत 7 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को टीके का पहले डोज भी दिया जा चुका है।  स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के बाद फिर दूसरा फेज शुरू होगा।  इस अहम् दूसरे फेज में सेना, अर्धसैनिक बलों के जवानों और 50 साल से ऊपर के लोगों को टीका दिया जाना है।  

देश में टीकाकरण अभियान (Vaccination Program) सुचारु रूप से चल रहा है। पिछले पांच दिन में 7,86,842 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जा चुका है। इस दौरान किसी भी गंभीर और प्रतिकूल मामले देश में सामने नहीं आया है। वहीं कॅरोना का टीका लगने के बाद चार लोगों की हुई मौत पर सफाई देते हुए मंत्रालय ने कहा, ” कोरोना का टीका लगने के बाद यूपी, तेलंगाना में 1-1 और कर्नाटक में 2 कुल अभी तक 4 मौतें हुई हैं। यूपी में हुए मौत के बाद पोस्टमार्टम कार्डियोपल्मोनरी बीमारी की पुष्टि हुई है, इसका टीकाकरण से संबंधित नहीं है। इसी के साथ कर्नाटक के बेल्लारी  मामले में हार्ट अटैक आने के वजह से मौत होने की बात सामने आई है। इन दोनों को टीका से कोई लेने देना नहीं है। 

फिलहाल यह साफ़ नहीं है कि कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज कब से शुरू होगा, लेकिन दूसरे फेज की गाइडलाइन तो पहले ही तय है।  इसी अहम् फेज में PM नरेंद्र मोदी समेत अधिकांश राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों समेत कई बड़े VVIPको टीका लगेगा, क्योंकि अधिकाँश की  उम्र फ़िलहाल 50 वर्षों से अधिक है। 

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 जनवरी को देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। इसके देश भर में बनाए गए 3200 से ज्यादा सेंटर बनाए गए हैं। अभियान के पहले चरण में देश भर के तीन करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया जाएगा।