Nityanand Rai

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नयी दिल्ली. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को कहा कि भारत-पाकिस्तान सीमा के पास भूमिगत सुरंगों एवं ड्रोनों का मिलना भारत के खिलाफ पड़ोसी देश की शत्रुता का सबूत है। राय ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 56वें स्थापना दिवस पर यहां आयोजित समारोह में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि इस सीमा के पास “अनिश्चितता” का माहौल है, क्योंकि सीमा पार से संघर्ष विराम समझौतों का अक्सर उल्लंघन किया जाता है।

राय ने किसी का नाम लिये बिना कहा, “भारत को नुकसान पहुंचाने के मकसद से घुसपैठ और आधुनिक हथियारों तथा मादक पदार्थों की तस्करी की जा रही है। पड़ोसी देश शत्रुता की भावना से यह साजिश रच रहा है। घातक हथियार भेजने में इस्तेमाल होने वाली सुरंगों और ड्रोनों का पता चलना उसकी शत्रुता का सबूत है।”

राय ने दुर्गम भूभाग और खराब मौसम के बावजूद सीमाओं की रक्षा करने और ऐसी सभी प्रतिकूल गतिविधियों के खिलाफ चट्टान की तरह खड़े रहने के लिए सुरक्षा बलों की प्रशंसा की। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह किसी महत्वपूर्ण आधिकारिक कार्य की वजह से समारोह में नहीं आ सके इसलिए गृह राज्य मंत्री ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के छावला इलाके में बीएसएफ शिविर में परेड कार्यक्रम दो घंटे से अधिक देरी से आरंभ हुआ।

बीएसएफ महानिदेशक राकेश अस्थाना ने समारोह में कहा कि बल देश को आश्वासन दे सकता है कि वह भारत की सीमाओं का उल्लंघन करने के राष्ट्र विरोधी तत्वों के हर प्रयास को नाकाम कर देगा। उन्होंने हाल ही में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संचालित कई अभियानों का उल्लेख किया जहां जवानों ने घुसपैठियों को मार गिराया, जमीन के अंदर सुरंगों का पता लगाया और हथियार लेकर आने वाले ड्रोनों या मानवरहित हवाई यानों को मार गिराया।

उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल पाकिस्तान द्वारा भारतीय सीमा में आतंकवादियों को भेजने तथा हथियारों एवं मादक पदार्थों की तस्करी करने के सभी प्रयासों को प्रभावी तरीके से नाकाम कर रहा है। समारोह में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, रॉ प्रमुख सामंत गोयल और गृह तथा रक्षा मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बीएसएफ की स्थापना एक दिसंबर, 1965 को की गई थी। बीएसएफ मुख्य रूप से पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है। (एजेंसी)