Hyderabad Politics, Hyderabad liberation day

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हैदराबाद: पिछले कई सालों से तेलंगाना में 17 सितंबर का दिन काफी चर्चा में रहता है। एक बार फिर सारे बड़ राजनीतिक दल इस दिन को अपने लिए खास बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इस दिन भारतीय जनता पार्टी लिबरेशन डे मनाती है, तो कांग्रेस पार्टी इसे विलय दिवस के रूप में याद करती है। वहीं भारत राष्ट्र समिति इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की पहल करती है, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआऊएमआईएम (AIMIM) इसे कौमी एकता दिवस के रूप में मनाने की दलील देती है। ऐसे में लोग कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर वह इसे किस रूप में मनाएं।

आपको पता होगा कि दिसंबर महीने में तेलंगाना में चुनाव होने वाले हैं। इसीलिए भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पार्टी और भारत राष्ट्र समिति के साथ-साथ असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी अपनी तैयारियों को तेज कर रहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी के आयोजित होने वाले बड़े कार्यक्रम में खुद होम मिनिस्टर अमित शाह शिरकत कर रहे हैं। पिछले साल की तरह इस साल भी परेड मैदान में अमित शाह का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। अपने चुनावी एजेंडे के तहत भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के साथ-साथ हैदराबाद मुक्ति दिवस कोई धूमधाम से मनाना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी के नेता कहते हैं कि इस दिन तेलंगाना निजाम के शासन से मुक्त हुआ था, इसलिए इस जश्न को मनाया जाना चाहिए। निजाम शासन के जुल्म से 17 सितंबर को यहां की जनता ने आजादी पाई थी। इसलिए हैदराबाद लिबरेशन डे मनाने की कवायद की जाती है।

इसके अलावा 17 सितंबर को कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी की मीटिंग है, जिसमें देशभर के बड़े नेता हैदराबाद में शिरकत करेंगे। इसके बाद 17 सितंबर की शाम को हैदराबाद शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर रंगारेड्डी जिले के तुक्कुगुड़ा में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जा रहा है। यहां पर डेढ़ सौ एकड़ में फैले एक मैदान पर रैली की तैयारी है, जिसके लिए 15 फीट से ऊंचा बड़ा मंच बनाया जा रहा है। कांग्रेसी नेताओं का दावा है कि इस रैली में 10 से 12 लाख लोग एकत्रित होंगे। इसीलिए कांग्रेस पार्टी के सारे दिग्गज नेता जोर-जोर से जुटे हुए हैं। इस रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़के सहित कई राज्यों के कांग्रेसी मुख्यमंत्री भी शिरकत करेंगे।

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File Photo

इसके अलावा भारत राष्ट्र समिति इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाएंगी। इसके लिए पूरे राज्य में कार्यक्रम आयोजित होंगे। सत्तारुढ़ दल के नेता भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेताओं से अपनी अलग राय रखते हैं। सरकार में मंत्री और भारत का समिति के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (केटीआर) ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री केसीआर हैदराबाद में होने वाले बड़े समारोह में खुद हिस्सा लेंगे, जबकि जिलों में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में सरकार के मंत्री शामिल होंगे।

इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी चुनावी तैयारी के मद्देनजर एक तिरंगा बाइक रैली निकालने की तैयारी कर रही है। पार्टी के नामपल्ली से विधायक जफर हुसैन ने बताया कि पार्टी के लोग 17 सितंबर को कौमी एकता दिवस मनाएंगे। इस दिन पार्टी एक रैली निकालेगी और एक सभा करके सभी धर्म के लोगों को शामिल किया जाएगा। हम लोग हिंदुस्तान के आजाद होने के बाद से इस दिन का जश्न इसी तरह से मनाते आ रहे हैं और एक बार फिर से मनाएंगे। जफर हुसैन ने भारतीय जनता पार्टी के लिबरेशन डे मनाने पर भी सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि हम भी पहले भी भारत का पार्ट थे और आज भी भारत का हिस्सा हैं।