Rahul Gandhi Controversial Statement on Vice Chancellor's Selection
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (सौजन्य: एक्स)

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) 2024 के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। कुलपतियों की चयन प्रक्रिया पर उनके द्वारा दिए गए बयान पर शिक्षाविदों ने नाराजगी व्यक्त की है। देश के कई हिस्सों से कुलपतियों और शिक्षाविदों ने एक ओपेन पत्र लिखकर कुलपतियों की चयन प्रक्रिया पर राहुल गांधी की टिप्पणियों का विरोध किया है। साथ ही कार्रवाई की मांग की है।

181 कुलपतियों और शिक्षाविदों का खुला पत्र

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 181 कुलपतियों और शिक्षाविदों ने खुला पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है,जिस प्रक्रिया से कुलपतियों का चयन किया जाता है, वह योग्यता, विद्वतापूर्ण विशिष्टता और अखंडता के मूल्यों पर आधारित कठोर, पारदर्शी कठोर प्रक्रिया की विशेषता है। चयन पूरी तरह से शैक्षणिक और प्रशासनिक कौशल पर आधारित है और विश्वविद्यालयों को आगे ले जाने की दृष्टि से किया गया है।

विश्वविद्यालयों में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए

कुलपतियों ने कहा, भारत में विश्वविद्यालयों में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, जो वैश्विक रैंकिंग, प्रमुख मान्यता, विश्व स्तरीय अनुसंधान और नवाचारों में वृद्धि, उद्योग शैक्षणिक अंतर को कम करने वाले पाठ्यक्रम में बदलाव और शैक्षणिक गुणवत्ता और सामाजिक प्रासंगिकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए उच्च प्लेसमेंट संभावनाओं से स्पष्ट है।

राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लिया

पूरे विश्वास के साथ, देश भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के कुलपति और अकादमिक नेता चयन प्रक्रिया के संबंध में हाल ही में प्रसारित किए गए निराधार आरोपों को संबोधित करते हैं और उनका खंडन करते हैं। राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लिया है और इससे राजनीतिक लाभ लेने के इरादे से बड़े पैमाने पर कुलपतियों के कार्यालय को बदनाम किया है। इसलिए, विनम्र प्रार्थना है कि उसके खिलाफ तुरंत कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाए।

क्या था राहुल गांधी का बयान

राहुल गांधी ने हाल ही में अपने बयानों में कहा था कि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति योग्यता और अहर्ता को ताक पर रख कर कुछ संगठनों से संबंधों के आधार पर की जा रही है। राहुल गांधी के इस बयान का कुलपतियों और शिक्षाविदों विरोध करते हुए राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।