Goods Train
मालगाड़ी (फाइल फोटो)

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अगरतला: असम के दिमा हसाओ जिले में एक ट्रेन के पटरी से उतर जाने के कारण मालगाड़ी सेवा बंद हो जाने से त्रिपुरा सरकार चिंतित है। वहीं पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NEFR) ने सेवा बहाल करने के लिए कुछ और दिन मांगे हैं। असम के जाटिंगा इलाके में एक मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने के कारण 26 अप्रैल से त्रिपुरा के लिए मालगाड़ी सेवाएं बंद हैं, जिससे पूर्वोत्तर राज्य में सामान की किल्लत हो गई है। त्रिपुरा सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए ईंधन की बिक्री पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि तेल भंडार लगातार कम हो रहा है।

त्रिपुरा परिवहन सचिव यूके चकमा ने बताया, एनएफआर के तमाम प्रयासों के बावजूद मालगाड़ी सेवाएं बहाल नहीं की जा सकी हैं। हम इस मुद्दे को लेकर उच्च स्तर पर बात करेंगे। एनएफआर ने पहले सात मई तक सेवाओं को बहाल करने का आश्वासन दिया था, हालांकि वह तय समय में काम पूरा नहीं कर पाया तथा बहाली के लिए तीन दिन और मांगे हैं। एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने कहा, पिछले कुछ दिनों से 300 से अधिक कर्मचारी जाटिंगा में बहाली के काम में लगे हैं।

यात्री ट्रेन सेवाओं में कोई बाधा नहीं है लेकिन 26 अप्रैल को एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने के कारण मालगाड़ी सेवाएं प्रभावित हैं। हमने जल्द से जल्द सेवा बहाल करने के लिए समय मांगा है। हालातों के मद्देनजर, त्रिपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त सचिव निर्मल अधिकारी ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए सोमवार को त्रिपुरा मर्चेंट्स एसोसिएशन और त्रिपुरा होलसेल ग्रोसरी मर्चेंट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।

एक अधिकारी ने कहा, घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य के पास एक महीने का खाद्य भंडार है। बैठक का उद्देश्य राज्य में मालगाड़ी सेवा बंद होने के कारण पैदा हुई स्थिति की समीक्षा करना था। हमने व्यापारियों से अनुरोध किया कि वे ट्रेन सेवाएं बहाल होने तक सड़क मार्ग से खाद्यान्न सहित आवश्यक सामान को मंगाना जारी रखें। (भाषा)