Amit Shah
अमित शाह (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आए उत्पीड़ित अल्पसंख्यक समुदायों के सभी लोगों को सीएए के माध्यम से नागरिकता मिलेगी, और इसे कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को हिंदुओं, बौद्धों, जैनियों, ईसाइयों, सिखों और पारसियों को नागरिकता मिलने से समस्या है।

Loading

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस (Congress) अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई, सिख और पारसी समुदायों को “नुकसान पहुंचाने पर तुली” है। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम (P Chidambaram) ने एक दिन पहले कहा था कि पार्टी सत्ता में आई तो वह नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) निरस्त कर देगी। शाह ने कहा कि कानूनों में बदलाव के लिए किसी को सरकार में होना आवश्यक है और कांग्रेस के लिए मुख्य विपक्षी दल बनना तक संभव नहीं है।

उन्होंने एक बयान में कहा, “तुष्टीकरण की राजनीति में अंधी हो चुकी कांग्रेस पहले चरण में अपनी करारी हार देखकर बौखला गई है। यह अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई, सिख और पारसी समुदायों को नुकसान पहुंचाने पर तुली हुई है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आए उत्पीड़ित अल्पसंख्यक समुदायों के सभी लोगों को सीएए के माध्यम से नागरिकता मिलेगी, और इसे कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को हिंदुओं, बौद्धों, जैनियों, ईसाइयों, सिखों और पारसियों को नागरिकता मिलने से समस्या है।

उन्होंने कहा कि विपक्षी दल उन्हें कानून के माध्यम से तीन साल में न्याय मिलने से परेशान है। भाजपा नेता ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में मतदाता कांग्रेस को 2019 और 2014 के चुनावों से भी बड़ा सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा, “कानून बदलने के लिए किसी को सरकार में रहना होगा और कांग्रेस के लिए मुख्य विपक्षी दल बनना भी संभव नहीं है।” किसी भी पार्टी को मुख्य विपक्षी दल बनने के लिए 543 लोकसभा सीट में से कम से कम 10 प्रतिशत सीट जीतने की जरूरत होती है। कांग्रेस पिछले दो चुनावों में 10 प्रतिशत सीट हासिल नहीं कर पाई है।

शाह ने दावा किया कि भारत ने खुद को कांग्रेस के चंगुल से मुक्त कर लिया है, जिसने इसकी मौलिक संस्कृति और विचारों का दमन किया था। शाह ने औपनिवेशिक युग के कानूनों के स्थान पर नए आपराधिक कानून लाए जाने का जिक्र करते हुए कहा, “मोदी जी ने ब्रिटिश काल के आपराधिक कानूनों को बदल दिया है, जिससे भारत को दुनिया की सबसे आधुनिक न्याय प्रणाली प्रदान की गई है, जबकि कांग्रेस इसे बदलने की बात करती है।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने रविवार को कहा था कि अगर केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनती है तो सीएए को संसद के पहले सत्र में रद्द कर दिया जाएगा। चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में भले ही सीएए का उल्लेख न हो, लेकिन पार्टी का इरादा इसे रद्द करने का है।

(एजेंसी)