नई दिल्ली: अंबेडकर जयंती के मौके पर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक बड़ा लिया है। दिल्ली के सभी 30 स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का नाम बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर के नाम पर कर दिया है। इसी के साथ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में आज कहा कि सरकारी स्कूलों के लिए जो काम बाकी पार्टियां 75 साल में नहीं कर पाई वो हमने 5 साल में किया।
ज्ञात हो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमीरों के बच्चे निजी स्कूल और ग़रीबों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। सरकारी स्कूलों को जानबूझकर ख़राब से ख़राब कर दिया गया। हमारी सरकार बनने के बाद हमने सरकारी स्कूल ठीक करने का मॉडल लागू किया। जो काम बाकी पार्टियां 75 साल में नहीं कर पाई वो हमने 5 साल में किया।
अरविंद केजरीवाल का बयान-
अमीरों के बच्चे निजी स्कूल और ग़रीबों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। सरकारी स्कूलों को जानबूझकर ख़राब से ख़राब कर दिया गया। हमारी सरकार बनने के बाद हमने सरकारी स्कूल ठीक करने का मॉडल लागू किया। जो काम बाकी पार्टियां 75 साल में नहीं कर पाई वो हमने 5 साल में किया: दिल्ली CM pic.twitter.com/qbZ3fMvCZr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2022
केजरीवाल ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का सपना था कि भारत की आज़ादी के बाद देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए लेकिन आज़ादी के बाद 75 साल में देश में दो शिक्षा प्रणाली शुरू हुई। एक शिक्षा प्रणाली पैसे वालों के लिए और दूसरी शिक्षा प्रणाली गरीबों के लिए थी।
दिल्ली के सीएम ने कहा कि आज कई विधायक, कई वकीलों के बच्चें सरकारी स्कूल में पढ़ रहे हैं। इस वर्ष 3,75,000 बच्चों का नाम निजी स्कूल से कटवाकर सरकारी स्कूल में दाखिला कराया गया है। मुझे खुशी है कि बाबा साहब अंबेडकर का सपना पूरा हो रहा है।