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    नई दिल्ली: बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध कथाकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर समिति द्वारा चुनौती के बाद शुक्रवार को रायपुर में पहले दरबार लगाया। इस दौरान उन्होंने नागपुर की कमेटी के संस्थापक श्याम मानव पर जमकर हमला बोला। शास्त्री ने कहा कि, जिन्होंने हमें चुनौती दी है वो आज नहीं आ पाए कोई नहीं कल आ जाइए। आपकी पैंट गीली हो जाएगी। इसके बाद दुबारा मत कहना कि हम भाग गए। हालांकि, अब तो हम तुम्हारे सिर पर नाचेंगे।

    मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि, हम एक-एक हिंदू को जगाकर रहेंगे। इसके लिए मुझे चुनौती स्वीकार है, मगर दरबार में आ जाओ, हम खर्चा और सुरक्षा दोनों देंगे। हमने पुलिस से अपील की है कि सुरक्षा में 2 से 4 पुलिसकर्मी लगवा दीजिए, जिससे वो सकुशल घर वापिस चले जाएं। साथ ही उनकों यहां पर पनीर की सब्जी और दो मिर्च भी खिलाएंगे। चूंकि, मिर्च तो लगेगी और दरबार में ठठरी भी बांधेंगे।

    यह है मामला 

    उल्लेखनीय है कि, बागेश्वर सरकार नाम से मशहूर धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम में कथा वाचन करते हैं। उनका मध्य प्रदेश के साथ साथ छत्तीसगढ़ में भी काफी प्रभाव है। इससे पहले नागपुर में कथा वाचन का कार्यक्रम किया था। इस दौरान उन्होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दरबार  लगाया था। जिसे लेकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने जादू-टोने और अंधविश्वाश फैलाने का आरोप लगाया था। समिति के संस्थापक और नागपुर की जादू-टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार-प्रसार समिति के सह अध्यक्ष श्याम मानव ने बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार को डर का दरबार बताया।

    गौरतलब है कि, नागपुर की जादू-टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार-प्रसार समिति के सह-अध्यक्ष श्याम मानव ने उन्हें चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि वे उनके बताए व्यक्तियों का पर्चा बनाकर सही बात बताएंगे तो बदले में समिति उन्हें 30 लाख रुपए का इनाम देगी। वहीं, इसे लेकर श्याम मानव ने नागपुर पुलिस को धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत भी दी थी।

    ‘सब कुछ…सच बताने पर बनना होगा गुलाम’- धीरेंद्र शास्त्री

    श्याम मानव की चुनौती के बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आज रायपुर में दरबार लगाया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हमें उनकी चुनौती स्वीकार है। मगर, भरे दरबार में होगा। यदि हमने उनकी चुनौती के अनुसार सब कुछ सच बता दिया तो उन्हें जीवनभर हमारा गुलाम बनना पड़ेगा। अगर, हम नहीं बता पाए तो हम अंधविश्वासी हो गए। यदि बता दिया तो जीवनभर आपको बागेश्वर धाम पर पानी भरना पड़ेगा। ये हम करवा भी लेंगे, लेकिन इसके लिए उनको दरबार में आना होगा।’