Photo: @ANI/ Twitter
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    नई दिल्ली: असम के सालनाबोरी गांव में एक स्थानीय निवासी सफीकुल इस्लाम की कथित हिरासत में मौत के बाद बटाद्रवा थाने में कई लोगों ने आग लगा दी थी। इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है वहीँ 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। आज पुलिस ने संदेहित लोगों के घरों को भी गिरा दिया है। वहीं, पुलिस ने ढहाए गए मकानों के नीचे से हथियार-गोलाबारूद और मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं। 

    विशेष डीजीपी जीपी सिंहने कहा कि, 21 मई को बटाद्रबा थाने में आग लगाने के मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 15 लोगों को हिरासत में लिया गया था। उन्होंने कहा कि, इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा। सिंह ने कहा कि, सफीकुल इस्लाम की कथित हिरासत में मौत की स्वतंत्र जांच का आदेश दिया है। 

    बांग्लादेश से प्रतिबंधित संगठनों के संबंध

    नंगाव की एसपी लीना डोले ने कहा कि, यह भी संदेह है कि पहचाने गए व्यक्तियों के बांग्लादेश से प्रतिबंधित संगठनों के साथ संबंध होने की आशंका है।  हमने उनके घर से हथियार और गोला-बारूद और कई जाली दस्तावेज बरामद किए।

    अलकायदा से जुड़ी अंसारुल्ला बांग्ला टीम का हाथ 

    असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि,  कुछ सुराग सामने आए हैं कि इस घटना के पीछे अलकायदा से जुड़ी अंसारुल्ला बांग्ला टीम का हाथ है। हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि असम में ऐसी कोई घटना न हो। जांच अभी जारी है। 

    यह है मामला 

    गौरतलब है कि 21 मई को सालनाबोरी गांव में एक स्थानीय निवासी सफीकुल इस्लाम की कथित हिरासत में मौत के बाद बटाद्रवा थाने में आग लगा दी गई थी।