नई दिल्ली. जहां एक तरफ आज कांग्रेस नेता उदित राज (Udit Raj) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Murmu) को लेकर विवादित ट्वीट किया है। वही अब इस मुद्दे पर BJP भी कांग्रेस पर लामबंद हो गई है। इसके साथ ही आज इस मुद्दे पर BJP प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने उदित राज पर जमकर पलटवार किया है।
बता दें कि, आज कांग्रेस नेता उदित राज ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर ट्वीट कर कहा, “द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। यहां चमचागिरी की भी हद्द है। कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं। खुद नमक खाकर वे जिंदगी जिएं तो उन्हें पता लगेगा।”
द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। चमचागिरी की भी हद्द है । कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं । खुद नमक खाकर ज़िंदगी जिएँ तो पता लगेगा।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 5, 2022
वहीं अब उदित राज के ट्वीट पर BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि, “कांग्रेस नेता उदित राज द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द निश्चित रूप से चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण हैं। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया है। कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने भी ऐसा किया। यह उनकी आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।”
Words used for President Murmu by Congress leader Udit Raj worrisome, unfortunate. This isn’t the 1st time they’ve used such words. Congress’ Adhir Ranjan Chowdhury did it too. This reflects their anti-tribal mindset: BJP spokesperson Sambit Patra on Udit Raj’s tweet pic.twitter.com/pWgi2L7zDA
— ANI (@ANI) October 6, 2022
My statement as regard to Draupadi Murmuji is mine & nothing to do with Congress.Her candidature & campaign were in the name adivasi, it doesn’t mean she is no longer adivasi. My heart cries that when SC/ST reach to higher position, they ditch their communities & become mum.
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 6, 2022
इधर इस घटना के बाद अब कांग्रेस नेता उदित राज ‘डिफेंसिव मोड’ पर आ गए हैं। उन्होंने इस बाबत दोबारा ट्वीट करके कहा कि, “मेरा बयान द्रोपदी मुर्मू जी के लिऐ निजी है,कांग्रेस पार्टी का नही है।मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदीवासी के नाम से।राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपती हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी। रोना आता है जब SC/ST के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप रह जाते हैं।”