नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की उपस्थिति में असम सरकार (Assam Government) और 8 जनजातीय समूहों (Eight Tribal Outfits) के प्रतिनिधियों के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि असम और पूरे उत्तर पूर्व के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। एक लंबी प्रक्रिया के बाद नार्थ ईस्ट को शांत और समृद्ध बनाने का काम पूरा हुआ है।
गृह मंत्री ने कहा कि, विकास को गति देकर नार्थ ईस्ट (North East) को आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार का सबसे बड़ा एजेंडा नार्थ ईस्ट में शांति बहाल करना है। उन्होंने कहा कि, अरासु से युवकों ने हथियार डालकर अपने आप को मुख्यधारा में जोड़ा है। सरकार हर विवाद को 2024 तक खत्म करना चाहती है।
This is an important day for Assam and the North East. Many initiatives have been taken by the Modi govt to develop the North East region. Around 1100 persons of Adivasi outfits of Assam are surrendering arms and joining the mainstream today: Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/YFoMJ4M4Dw
— ANI (@ANI) September 15, 2022
बड़ा मील का पत्थर
अमित शाह ने कहा कि, नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तर पूर्व को शांत और विकसित बनाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम किए गए है। इसमें आज एक बड़ा मील का पत्थर हम पार करके आगे बढ़ रहे हैं।
लोगों को सामाजिक न्याय मिलेगा
इस समझौते के बाद असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का मानना है कि, ‘इस समझौते से आदिवासी जनजाति के लोगों को सामाजिक न्याय मिलेगा, विकास का एक बहुत बड़ा मौका मिलेगा और साथ ही राजनीतिक अधिकार भी मिलेगा।’
इन आदिवासी संगठनों के साथ हुआ समझौता
असम सरकार ने इन आदिवासी संगठनों के साथ त्रिपक्षीय शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें बिरसा कमांडो फोर्स (BCF), असम की आदिवासी कोबरा मिलिट्री (ACMA), ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी (AANLA), आदिवासी पीपुल्स आर्मी (APA), संथाली टाइगर फोर्स (STF), एएएनएलए-एफजी (AANLA-FG), बीसीएफ-बीटी (BCF-BT), एसीएमए-एफजी (ACMA-FG) शामिल है।