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चक्रवात मिचौंग

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नई दिल्ली/नेल्लोर: एक बड़ी खबर के अनुसार बंगाल की खाड़ी से बीते 2 दिसंबर को उठा साइक्लोन मिचौंग (Cyclonic Storm MICHAUNG) 5 दिसंबर को दोपहर में आंध्र प्रदेश (Andhara Pradesh) के बापटला के पास नेल्लोर-मछलीपट्‌टनम के बीच टकराएगा। वहीं मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, इस दौरान 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे (KMPH) की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। IMD की मानें तो तूफान 10 किमी प्रति घंटे की गति से समुद्र में बढ़ रहा है और चेन्नई से 120 किमी उत्तर-उत्तरपूर्व, बापटला से 210 किमी दक्षिण और मछलीपट्टनम से 250 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है।

हाई अलर्ट पर आंध्र प्रदेश

इस साइक्लोन के चलते आंध्र प्रदेश प्रशासन हाई अलर्ट पर है। वहीं अब राज्य सरकार ने तिरुपति, नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, कोनसीमा और काकीनाडा जिले में भी रेड अलर्ट जारी किया है। इन इन 8 जिलों में NDRF और SDRF की 5-5 टीमें भी तैनात हैं।इधर तमिलनाडु के चेन्नई में तूफान का असर सबसे ज्यादा दिखा है। बीते रविवार सुबह से अब तक चेन्नई में करीब 400-500 मिलीमीटर बारिश हुई है। तमिलनाडु के वाटर सप्लाई मिनिस्टर के मुताबिक, चेन्नई में 70-80 साल में पहली बार ऐसी बारिश हुई है। ऐसे में अब तक 5 लोगों की मौत भी हुई है।

204 ट्रेनें और 70 फ्लाइट कैंसिल

साइक्लोन मिचौंग के चलते अब तक 204 ट्रेनें और 70 फ्लाइट कैंसिल की गई हैं। रेलवे की ओर से दिल्ली से लेकर चेन्नई तक हर रूट पर पल पल की मॉनिटरिंग हो रही है। वहीं बोर्ड स्तर पर वॉर रूम भी सक्रिय कर दिया गया है और चौबीसों घंटे सभी लोकेशन की निगरानी की जा रही है। 

मिचौंग से बचने की रेलवे की जबरदस्त तैयारी

उधर चेन्नई डिवीजन ने भी अपनी आपदा प्रबंधन कार्य योजना तैयार कर ली है और दो टीमों का गठन किया है। इसमें से टीम A जिसमें डॉक्टर और अन्य ऑन-ड्यूटी कर्मचारी शामिल हैं, संदेश आते ही प्लेटफार्म नंबर 11 पर स्पार्ट में सवार हो जाएंगे और आपदा/दुर्घटना स्थल पर प्रभारी अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे और राहत कार्य शुरू करेंगे। 

वहीं टीम B हताहतों की संख्या की रिपोर्ट करेगी और टीम बी का एक हिस्सा सड़क मार्ग से आगे बढ़ेगा। शेष सभी संबंधितों को सूचित करने, मेडिकल टीम ए, सीएमएस कार्यालय के साथ संचार बनाए रखने, स्थानीय रेलवे अस्पतालों, रेलवे अस्पताल, पेरम्बूर और स्थानीय निजी अस्पतालों को आपातकालीन तैयारी के लिए सूचित करने के लिए वहीं रुके रहेंगे।

प्रशासन मुस्तैद

तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में NDRF की 21 टीमें भी तैनात हैं। इसके अलावा कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी को जहाज और एयरक्राफ्ट के साथ स्टैंडबाय पर रखा गया है।  इसके साथ ही आंध्र प्रदेश की बापटला कलेक्टरेट ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा और राहत कार्यों के लिए त्वरित और व्यापक उपाय किए हैं। चक्रवात के मद्देनजर अधिकारियों को सतर्क किया जा चूका है। साथ ही 24 घंटे स्थिति के कोऑर्डिनेशन और मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित हुए हैं। इसके अलावा सार्वजनिक संस्थानों में छुट्टियों की घोषणा की गई है। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यहां कई वाहन तैनात किए गए हैं। जरूरतमंद लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं।