नई दिल्ली. आज भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता के.कविता ने दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में शनिवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष बयान दर्ज कराया है और जांच एजेंसी इस सिलसिले में गिरफ्तार एक आरोपी से उनका आमना-सामना करा रही है।
वहीं इस बीच आज BJP ने BRS नेता के। कविता पर जमकर हमला बोला है। आज BJP की तरफ से गौरव भाटिया ने कहा कि, यदि यह एक ईमानदार व्यक्ति है, जो किसी कानून-विरोधी कार्य में शामिल नहीं है, तो वे स्पष्ट रूप से बिना अगर या मगर के ऐसा कहेंगे। लेकिन के।कविता से पूछताछ की जा रही है और उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है। ये अब विक्टिम कार्ड खेलेंगे, लेकिन जनता के सवालों का सहीं जवाब नहीं देंगे।”
If it is an honest person, who is not involved in any law-defying act, they’ll clearly say so without ifs or buts. But K Kavitha is being questioned & she hasn’t said anything like that. They’ll play the victim card but won’t answer the public’s questions: Gaurav Bhatia, BJP pic.twitter.com/jatmYjC4kc
— ANI (@ANI) March 11, 2023
गौरतलब है कि, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के। चंद्रशेखर राव की 44-वर्षीय बेटी तुगलक रोड पर अपने पिता के आधिकारिक आवास से करीब 1।5 किलोमीटर दूर एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर संघीय एजेंसी के मुख्यालय में सुबह करीब 11 बजे पहुंचीं। वहीं आज ED कार्यालय में भारी संख्या में दिल्ली पुलिस और केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों के कर्मियों को तैनात किया गया है। बीआरएस नेता के समर्थकों ने एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर प्रदर्शन भी किया।
कविता को एजेंसी ने इसलिए बुलाया है, ताकि उनका सामना हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई से कराया जाए। पिल्लई को इस सप्ताह ED ने गिरफ्तार किया था। एजेंसी धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत कविता का बयान दर्ज करेगी।
जानकारी हो कि, कविता ने हाल में यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार ED का ‘इस्तेमाल’ कर रही है, क्योंकि भाजपा को तेलंगाना में ‘पिछले दरवाजे से प्रवेश’ नहीं मिल सका।
पिल्लई 12 मार्च तक ED की हिरासत में हैं और उन्हें 13 मार्च को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। पिल्लई ‘रॉबिन डिस्टिलरीज एलएलपी’ नामक कंपनी में साझेदार हैं। ED ने दावा किया कि यह कंपनी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के। चंद्रशेखर राव की बेटी एवं विधान पार्षद के। कविता और अन्य से जुड़े कथित शराब कार्टल ‘साउथ ग्रुप’ का प्रतिनिधित्व करती है।
ऐसा भी आरोप है कि ‘साउथ ग्रुप’ ने अब निरस्त कर दी गयी दिल्ली आबकारी नीति 2020-21 के तहत राष्ट्रीय राजधानी के बाजार में अधिक हिस्सेदारी हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को करीब 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। कविता से इस मामले में पहले CBI ने भी पूछताछ की थी।
ED ने इस मामले में अभी तक दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आप नेता मनीष सिसोदिया समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। ऐसा भी आरोप है कि दिल्ली सरकार की शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए 2021-22 की आबकारी नीति से उद्यमियों को सांठगांठ करने का अवसर दिया गया तथा कुछ डीलरों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया, जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर घूस दी।
बहरहाल, आम आदमी पार्टी (आप) ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया है। बाद में यह नीति रद्द कर दी गयी और दिल्ली के उपराज्यपाल ने CBI जांच की सिफारिश की, जिसके बाद ED ने PMLA के तहत आरोपियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया।