SpiceJet flight
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    नयी दिल्ली. विमानन नियामक डीजीसीए ने पिछले 18 दिनों में तकनीकी खामी की आठ घटनाओं के बाद बुधवार को स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नियामक ने सुरक्षा की अनदेखी, अपर्याप्त रखरखाव और भुगतान की वजह से कलपुर्जों की कमी को चिह्नित किया है।

    नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि स्पाइसजेट एयरलाइन विमान नियम, 1937 की 11वीं अनुसूची और नियम 134 की शर्तों के तहत ‘‘सुरक्षित, दक्ष और विश्वसनीय हवाई सेवाओं को सुनिश्चित करने” में नाकाम रही है। नोटिस में कहा गया है, ‘‘घटनाओं की समीक्षा से पता चलता है कि आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण खराब है और रखरखाव को लेकर पर्याप्त कदम नहीं (चूंकि ज्यादातर घटनाएं कलपुर्जों या प्रणाली के काम न करने से संबंधित हैं) उठाये जाने से सुरक्षा में कमी आयी है।”

    डीजीसीए ने स्पाइसजेट को नोटिस का जवाब देने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है। नोटिस के अनुसार, ‘‘डीजीसीए द्वारा सितंबर 2021 में किए गए वित्तीय आकलन से यह भी पता चला है कि एअरलाइन द्वारा आपूर्तिकर्ताओं/स्वीकृत विक्रेताओं को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे कलपुर्जों की कमी हो रही है और विमान के संचालन के लिए आवश्यक एमईएल (न्यूनतम उपकरण सूची) की बार-बार मांग की जा रही है।”

    डीजीसीए के नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यहां तक कि सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा करने वाली छोटी से छोटी त्रुटि की भी गहन जांच की जाएगी और इसे ठीक किया जाएगा।”

    स्पाइसजेट के विमानों में पिछले 18 दिनों में तकनीकी खामी की कम से कम आठ घटनाएं हुई हैं। इस बीच, एयरलाइन ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि वह डीजीसीए के नोटिस का तय समय अवधि के भीतर जवाब देगी। बयान में कहा गया, ‘‘हम अपने यात्रियों और चालक दल के लिए सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध हैं। हम एक आईएटीए-आईओएसए (आईएटीए- परिचालन सुरक्षा ऑडिट)प्रमाणित एयरलाइन हैं।”

    एयरलाइन ने कहा कि डीजीसीए द्वारा उसका नियमित तौर पर ऑडिट किया जा रहा है। बयान में कहा गया, ‘‘नियामक द्वारा हमारे सभी विमानों का एक महीने पहले ऑडिट किया गया था और इन्हें सुरक्षित पाया गया था। स्पाइसजेट की सभी उड़ानों के दौरान नियमों का पालन किया जाता है।”

    स्पाइसजेट ने बताया कि मौसम संबंधी रडार के काम ना करने की वजह से उसका एक मालवाहक विमान मंगलवार को कोलकाता लौट आया। चीन के चोंग्किंग शहर जा रहे विमान के पायलट को उड़ान भरने के बाद पता चला कि उसका मौसम संबंधी रडार काम नहीं कर रहा है। इससे पहले, मंगलवार को ही ‘स्पाइसजेट’ के दिल्ली से दुबई जा रहे एक विमान को ईंधन संकेतक में खराबी के कारण कराची की ओर मोड़ दिया गया था।

    वहीं, उसके कांडला से मुंबई जा रहे विमान को उड़ान के दौरान ‘विंडशील्ड’ में दरार आने के बाद महाराष्ट्र की राजधानी में प्राथमिकता के आधार पर उतारा गया था। वहीं, दो जुलाई को ‘स्पाइसजेट’ का जबलपुर जा रहा विमान करीब 5,000 फुट की ऊंचाई पर कैबिन में धुआं दिखने के बाद दिल्ली लौट आया था।

    इसी प्रकार 24 और 25 जून को अलग-अलग विमानों में ‘फ्यूज़लेज़ डोर वॉर्निंग’ प्रणाली सक्रिय हो जाने की वजह से, विमानों को वापस लौटना पड़ा था। गत 19 जून को पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरते ही विमानन कंपनी के एक विमान के इंजन में आग लग गई थी और उसे आपात स्थिति में उतारना पड़ा था। इंजन में खराबी पक्षी के टकराने से आई थी।

    वहीं, 19 जून को ही एक अन्य घटना में दिल्ली से जबलपुर जा रहे एक विमान को कैबिन में दबाव की समस्या के कारण दिल्ली लौटना पड़ा था। गौरतलब है कि ‘स्पाइसजेट’ पिछले तीन साल से घाटे में चल रही है। ‘स्पाइसजेट’ को 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में क्रमश: 316 करोड़, 934 करोड़ और 998 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। (एजेंसी)