नई दिल्ली: कई देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को स्थगित करने को लेकर राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी है। इस बीच कांग्रेस ने अब बीजेपी सरकार पर पलटवार किया है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को कहा कि, मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात चुनाव के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया था?’
अधीर रंजन ने आगे कहा कि, मुझे लगता है कि मनसुख मंडाविया को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पसंद नहीं आ रही है, लेकिन लोग इसे पसंद कर रहे हैं और इसमें शामिल हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा, मंडाविया को जनता का ध्यान हटाने के लिए नियुक्त किया गया है।
दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी मनसुख मंडाविया पर इस पत्र को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि, मैंने पत्र नहीं देखा है, लेकिन आज कोविड प्रोटोकॉल कहां और क्या हैं? ऐसा लगता है कि अब सार्वजनिक समारोहों में लागू करने योग्य COVID प्रोटोकॉल नहीं हैं। भारत जोड़ो यात्रा पर अचानक इतना ध्यान क्यों दिया गया?
चिदंबरम के अलावा तृणमूल कांग्रेस के सांसद डोना सेन ने भी स्वास्थ्य मंत्री द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर सवाल उठाए हैं। सेन ने कहा कि, ‘केंद्र सरकार इसको लेकर एडवाइजरी जारी कर सकती थी। हम संसद में हैं, लेकिन मास्क पहनने या अन्य उपाय करने के लिए कोई सर्कुलर नहीं आया। राज्य सरकारों पर हावी होना केंद्र का एकमात्र कर्तव्य नहीं है। उनकी जिम्मेदारी जनता के प्रति है, जिसमें वे विफल होते हैं, ऐसे में हम उनसे ज्यादा उम्मीद नहीं करते हैं।’
‘…तो हम पालन करेंगे’
कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने भी मंडाविया के पत्र पर सवाल खड़े किए हैं। हुड्डा ने कहा कि, संसद का सत्र चल रहा है लेकिन हमें कोई कोविड प्रोटोकॉल नहीं दिख रहा है। अगर अगर सरकार प्रोटोकॉल लाती है, तो हम उसका पालन करेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी मंडाविया से सवाल करते हुए कहा, उन्होंने प्रश्न किया, ‘‘ केवल राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और भारत जोड़ो यात्रा ही क्यों? क्या उसने (सरकार ने) संसद सत्र स्थगित कर दिया ? ….यदि प्रत्यक्ष संसद सत्र चल सकता है, यदि जनाक्रोश यात्रा हो सकती है, यदि कर्नाटक में भाजपा की यात्रा निकल सकती है, यदि विमान यात्रा में मास्क लगाना अनिवार्य नहीं है तो आपकी नजर राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा पर ही क्यों है?”
खेड़ा ने कहा, ‘‘ कृपया, कोविड नियमों की घोषणा कीजिए। हम सभी कोविड नियमों का पालन करेंगे।” रमेश ने कहा कि स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा राज्यों को सभी कोविड-19 मामलों की जिनोम सिक्वेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए लिखा गया पत्र ‘‘न कोई परामर्श है और न ही चेतावनी।” उन्होंने कहा कि लेकिन मंत्री ने गांधी को पत्र लिख दिया।
पत्र में क्या बोले मंडाविया?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में कहा हैकि, “चूंकि कोरोनावायरस महामारी एक सार्वजनिक आपात स्थिति है। इसलिए भारत जोड़ो यात्रा को स्थगित करने पर फैसला लिया जा सकता है।” उन्होंने सलाह देते हुए कहा, “राजस्थान में चल रही भारत जोड़ो यात्रा में कोविड गाइडलाइंस का सख्ती से पालन होना चाहिए। मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग कराया जाए और सुनिश्चित हो कि सिर्फ कोरोना के प्रति वैक्सीनेटेड लोग ही इस यात्रा में हिस्सा लें। यात्रा में जुड़ने से पहले और बाद में यात्रियों को आइसोलेट किया जाए।”
इसी चिट्ठी में मंडाविया ने आगे कहा कि अगर कोरोनावायरस प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं हो तो सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कोविड महामारी से देश को बचाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा को देशहित में स्थगित करने का अनुरोध है।