नई दिल्ली. भारतीय तटरक्षक डोर्नियर (Indian Coast Guard Dornier) समुद्री निगरानी विमान ने शनिवार को संकटग्रस्त जहाज एमवी केम प्लूटो (MV Chem Pluto) के साथ संचार स्थापित किया है। ड्रोन हमले के बाद जहाज ने अपनी स्वचालित पहचान प्रणाली को बंद कर दिया जिसका उपयोग जहाज को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है। जहाज की बिजली उत्पादन प्रणाली अब काम कर रही है और अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले अधिक जांच की जा रही है।
इससे पहले भारत के वेरावल से 200 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में अरब सागर में व्यापारी जहाज पर संदिग्ध ड्रोन हमले के बाद धमाका हुआ और आग लग गई। जहाज के चालक दल में 21 भारतीय शामिल थे लेकिन हमले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में भेजे गए एक समुद्री गश्ती विमान ने व्यापारिक जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और उसके साथ संपर्क स्थापित किया।भारतीय नौसेना का युद्धपोत व्यापारी जहाज की ओर बढ़ रहा है और अगले कुछ घंटों में उस तक पहुंचने की उम्मीद है।
Indian Coast Guard Dornier maritime surveillance aircraft has established communication with the distressed vessel MV Chem Pluto. After the drone attack, the ship switched off its Automatic Identification System which can be used for tracking the vessel. The power generation… pic.twitter.com/oYrvOyrraH
— ANI (@ANI) December 23, 2023
रक्षा अधिकारियों ने बताया कि व्यापारी जहाज के शनिवार को पोरबंदर तट से 217 समुद्री मील दूर मौजूद होने की सूचना मिली थी। भारतीय विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की गश्त पर तैनात भारतीय तटरक्षक जहाज ICGS विक्रम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संकटग्रस्त व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। आसपास के क्षेत्र में भारतीय नौसेना के युद्धपोत भी लगभग 20 भारतीय चालक दल के सदस्यों के साथ संकटग्रस्त जहाज की ओर बढ़ रहे हैं।
गौरतलब है कि व्यापारी जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से कच्चा तेल लेकर मंगलुरु बंदरगाह जा रहा था। उन्होंने बताया कि जहाज पर सवार चालक दल के 22 सदस्यों में 21 भारतीय हैं जबकि एक नेपाली नागरिक है।