2G Scam electoral bond

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मुंबई: इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond ) मामले में चुनाव आयोग ने 14 मार्च को इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा अपनी वेबसाइट पर जारी किया। जिसके बाद से देश भर में इसको लेकर तेजी से चर्चा हो रही है। इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी को अब तक सबसे अधिक चंदा मिला है। बीजेपी 6,060 करोड़ रुपए चंदा पाने वाली सबसे बड़ी पार्टी है। चंदा देने वाली कंपनी और चंदा पानी वाली पार्टी का नाम एसबीआई की तरफ से चुनाव आयोग को सौंपा गया है, लेकिन इसके बावजूद यह नहीं मालूम पड़ रहा है कि चंदा देने वाले ने किस पार्टी को चंदा दिया और उसका मकसद क्या था और इसीलिए अब सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को आदेश दिया है कि वह यूनिक कोड भी बताएं जिसके जरिए यह पता चलेगा कि किस कंपनी ने किस पार्टी को कितना पैसा दिया है। इस मामले को 2G घोटाला (Scam) से बड़ा बताया जा रहा है और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की निगरानी में जांच (Investigation) की मांग की जा रही है। 

मामले की निष्पक्ष जांच हो
चुनाव आयोग की तरफ से जारी की गई इस लिस्ट के बाद अब एक बात तय हो गई है कि भारतीय जनता पार्टी को कंपनियों ने जमकर फायदा पहुंचाया और उसके पीछे कंपनियों का अपना लाभ भी छिपा हुआ है। ऐसे में अब सोशल मीडिया पर और राजनीति के जानकार, विशेषज्ञ सभी लोगों का यह कहना है कि इलेक्टोरल बॉन्ड मामला पूरी तरह से पारदर्शी नहीं था और उसका फायदा राजनीतिक पार्टियों ने जमकर उठाया है। ऐसे में इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए 

सुप्रीम कोर्ट के वकील और इलेक्टोरल बांड के खिलाफ याचिकाकर्ता की तरफ से कोर्ट में पेश होने वाले अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने मांग की है कि इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए।  

इतना ही नहीं प्रशांत भूषण ने यह भी दावा किया है कि इलेक्टोरल बॉन्ड का यह मामला 2G स्पेक्ट्रम घोटाले से भी बड़ा है और ऐसे में इसकी जांच जरूर होनी चाहिए वरना यह बड़ा मुद्दा दबाया जा सकता है। 

इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से राजनीतिक पार्टी को चंदा देने वाली 10 बड़ी कंपनियां कौन-कौन सी हैं

  1. फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज 1368 करोड रुपए 
  2. मेघा इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड 966 करोड़ 
  3. क्विक सप्लाई चैन प्राइवेट लिमिटेड 410 करोड़ 
  4. वेदांता लिमिटेड 400 करोड़ 
  5. हल्दिया एनर्जी लिमिटेड 377 करोड़ 
  6. भारती ग्रुप 247 करोड़ 
  7. एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड 224 करोड़ 
  8. वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड 220 करोड़ 
  9. कैंवेंटर फूड पार्क इंफ्रा लिमिटेड 194 करोड़
  10. मदनलाल लिमिटेड 185 करोड़

सरकार को खुश करने के लिए चंदा दिया
किसने किसको कितना चंदा दिया है इसके बारे में खुलासा नहीं हुआ है। सबसे ज्यादा चंदा देने वाली कंपनी फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज के बारे में यह कहा जाता है, कि उसने देश के सभी राज्य सरकारों से सांठगांठ करके अपने लॉटरी के धंधे को चमकाया है और यही कारण है कि उसने सबसे बड़ी मात्रा में सरकार को खुश करने के लिए चंदा दिया। इसके बदले में सरकार की तरफ से उसे क्या मिला है इसके बारे में जानकारी एसबीआई के यूनिक कोड जारी करने के बाद ही पता चल पाएगी, क्योंकि उससे यह पता चलेगा किसने किस पार्टी को कितना पैसा दिया है। 

2G स्पेक्ट्रम घोटाले की वजह से कांग्रेस की न सिर्फ मुश्किल बढ़ी थी बल्कि उसे सत्ता से भी हाथ धोना पड़ा था। इलेक्टरल बॉन्ड वाला यह मामला अगर 2G स्पेक्ट्रम घोटाले से भी बड़ा है तो यह देखना होगा कि इसका असर बीजेपी और सरकार पर क्या पड़ता है।