नई दिल्ली : कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ए.के एंटनी (Former Chief Minister AK Antony) के बेटे अनिल एंटनी (Anil Antony) गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, राज्यसभा सदस्य और बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी की मौजूदगी में अनिल एंटनी ने यहां बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
अनिल ने इसी साल जनवरी महीने में कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने गुजरात में 2002 में हुए दंगों पर आधारित ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) के वृत्तचित्र को भारतीय संस्थानों के विचारों से अधिक महत्व दिए जाने को खतरनाक चलन बताते हुए कहा था कि इससे देश की संप्रभुता प्रभावित होगी।
#WATCH | "Anil’s decision to join BJP has hurt me. It is a very wrong decision. India’s base is unity and religious harmony. After 2014, Modi govt came to power, they’re systematically diluting diversity and secularism….": AK Antony on his son Anil Antony joining BJP pic.twitter.com/6Gg03qvZY0
— ANI (@ANI) April 6, 2023
पार्टी में शामिल होकर खुश हूं: अनिल एंटनी
बीजेपी में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के साथ अनिल एंटनी ने पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके साथ ही अनिल एंटनी ने बीजेपी में शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अगले 25 वर्षों में देश को विकसित देश बनाने का विजन है। एक भारतीय युवा के रूप में, मुझे लगता है कि पीएम मोदी के राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकीकरण के दृष्टिकोण में योगदान देना मेरी जिम्मेदारी और कर्तव्य है। ऐसे में राष्ट्रीय निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर मुझे खुशी हो रही है।
यह अनिल का बहुत गलत फैसला है: ए.के एंटनी
अनिल एंटनी के इस बड़े फैसले से उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री ए.के एंटनी ने कहा कि अनिल के बीजेपी में शामिल होने के फैसले ने मुझे आहत किया है। यह बहुत ही गलत फैसला है। भारत का आधार एकता और धार्मिक सद्भाव है। 2014 के बाद, मोदी सरकार सत्ता में आई, वे व्यवस्थित रूप से विविधता और धर्मनिरपेक्षता को कमजोर कर रहे हैं। बीजेपी केवल एकरूपता में विश्वास करती है, वे देश के संवैधानिक मूल्यों को नष्ट कर रहे हैं।