बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तहत बुधवार को होने वाले मतदान से पहले करीब महीने भर हुए प्रचार के दौरान ‘जहरीले सांप’, ‘विषकन्या’ और ‘नालायक’ जैसी टिप्पणियों से सार्वजनिक बयानबाजी का घटता स्तर स्पष्ट नजर आया। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि सावधानी और संयम के बिना नेताओं द्वारा असंयमित और अपमानजनक भाषा का उपयोग किये जाने के उदाहरणों ने प्रचार और चुनाव माहौल को खराब किया।
राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार का शोर सोमवार को समाप्त हो गया। प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जनता दल (सेक्युलर) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना ‘जहरीले सांप’ से की थी। गडग जिले के रॉन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खरगे ने 27 अप्रैल को कहा, ‘‘गलती मत कीजिए। मोदी जहरीले सांप की तरह हैं….।”
कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले खरगे को इस टिप्पणी के लिए भाजपा नेताओं की ओर से तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी ने भी चुनावी रैलियों के दौरान इस मुद्दे को उठाया। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान भाजपा के विजयपुरा के उम्मीदवार बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तुलना ‘विषकन्या’ से की। कुछ दिनों बाद खरगे के बेटे प्रियंक ने अनुसूचित जातियों, विशेष रूप से खानाबदोश लम्बानी जनजातियों के लिए आंतरिक आरक्षण के संबंध में ‘भ्रम’ पर मोदी को ‘नालायक बेटा’ कहा था। प्रियंग खरगे चित्तपुर में कलबुर्गी सीट से चुनाव मैदान में हैं।
भ्रष्टाचार का मुद्दा भी चुनाव प्रचार में मुख्य रुप से छाया रहा और कांग्रेस व भाजपा दोनों ने ही इस पर एक-दूसरे को घेरने की कोशिश की। कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला करना जारी रखते हुए उसे ‘40 प्रतिशत कमीशन सरकार’ कहा, तो वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान 85 प्रतिशत भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हुए विपक्षी दल पर पलटवार किया।
उन्होंने कांग्रेस के चुनाव चिह्न ‘हाथ’ की तुलना एक ‘पंजे’ से करते हुए कहा, ‘‘कौन सा पंजा था जिसने 85 फीसदी जनता का हिस्सा छीन लिया?” चुनाव प्रचार के दौरान हत्या करने के आरोप भी सुर्खियों में रहे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चित्तपुर के भाजपा उम्मीदवार मणिकांत राठौड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके परिवार को खत्म करने की साजिश रची। कांग्रेस ने बातचीत की एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी कर दावा किया कि यह राठौड़ की है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर धमकी दी थी। राठौड़ ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे झूठ बताया। (एजेंसी)