नई दिल्ली: दिल्ली के तिहाड़ सेंट्रल जेल (Tihar Jail) के अंदर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuria Murder Case) की बेरहमी से हत्या हुई थी। जिसके बाद से जेल की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। इस बीच टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो ने सबको हिलाकर रख दिया है। इस वीडियो को देखने के बाद आप भी सोचेंगे कि क्या कोई नफरत में किसी की बेरहमी से हत्या कर सकता है।
दो मिनट 49 सेकेंड के इस वीडियो में अपराधियों ने टिल्लू पर लगातार चाकू से वार किया। वे तब तक नहीं रुके जबतक टिल्लू की जान नहीं गई। इस हत्या के पीछे गोल्डी बरार का हाथ बताया गया है। वहीं, बरार ने फेसबुक पोस्ट कर इसे कंफर्म भी किया है।
WARNING: Disturbing Visuals,
CCTV footage of how gangster Sunil Baliyan alias Tillu Tajpuria was killed in jail. He was stabbed around 92 times. pic.twitter.com/KHrWqMwzTt— Sakshi Chand (@SakshiChand08) May 4, 2023
अधिकारी के अनुसार, इसके बाद हमलावरों ने ताजपुरिया पर धारदार वस्तु से हमला किया। हमले में घायल हुए ताजपुरिया को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे पहले, 14 अप्रैल को जेल में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के प्रिंस तेवतिया (33) की एक कैदी से कहासुनी होने के बाद प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने हत्या कर दी थी।
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ताजपुरिया को कड़ी सुरक्षा वाली जेल में निचले तल पर रखा गया था। उन्होंने बताया कि हमलावर-दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान उसी वार्ड के प्रथम तल पर रखे गये थे। उन्होंने उच्च सुरक्षा वाले वार्ड के प्रथम तल पर लगी लोहे की जाली को कथित तौर पर काटा और चादर की सहायता से वे नीचे उतर आए।
जब ताजपुरिया ने हमलावरों को देखा, तो वह रोहित नाम के एक अन्य कैदी की कोठरी में भागा। रोहित ने अपनी कोठरी का दरवाजा बंद कर ताजपुरिया को बचाने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद नहीं हो सकता था, इसलिए हमलावर भीतर घुस गए और इस दौरान रोहित भी घायल हो गया। उन्होंने बताया कि यह पूरा हमला दो मिनट के भीतर हुआ। जेल कर्मी और सुरक्षा कर्मी तत्काल घटनास्थल की ओर भागे और उन्होंने चारों हमलावरों को पकड़ लिया। उन्होंने ताजपुरिया को जेल के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे सुबह करीब छह बजकर 45 मिनट पर दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया। ताजपुरिया की वहां उपचार के दौरान मौत हो गई।
एक महीने में दूसरा मामला
कारागार के एक अधिकारी ने बताया कि ताजपुरिया के शरीर पर घाव के 40 से 50 निशान थे और रोहित को वापस जेल ले जाया गया। अधिकारियों ने बताया कि वे चारों हमलावरों को किसी अन्य जेल में ले जाने की योजना बना रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अक्षत कौशल ने बताया कि पुलिस को सुबह करीब सात बजे इस घटना की सूचना मिली थी। यह तिहाड़ जेल में किसी कैदी की हत्या होने का एक महीने में दूसरा मामला है।