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Pic: ANI

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को आरोप लगाया कि विपक्ष मणिपुर हिंसा पर संसद में चर्चा से भाग रहा है क्योंकि वह नहीं चाहता कि कुछ तथ्य सामने आएं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के सभी सदस्यों से मणिपुर से संबंधित मुद्दों पर चर्चा या बहस शुरू करने की अपील की।

ईरानी ने कहा कि शाह ने संसद में बार-बार कहा कि गृह मामलों के प्रभारी मंत्री के रूप में वह ‘कुछ तथ्यों’ को प्रकाश में लाना चाहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘चौंकाने वाली बात यह है कि विपक्षी दल तथ्यों को सामने नहीं आने देने की जिद कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि मणिपुर का मुद्दा आंतरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है।

ईरानी ने कहा, ‘‘जब गृह मंत्री उनसे आकर चर्चा करने को कह रहे हैं तो मणिपुर हिंसा के ऐसे कौन से तथ्य हैं जिन्हें कांग्रेस छिपाना चाहती है।” शाह ने सोमवार को विपक्ष से मणिपुर मुद्दे पर संसद में चर्चा शुरू करने की अपील की लेकिन लोकसभा और राज्यसभा में गतिरोध बना रहा क्योंकि दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े हुए हैं। संसद के मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा की गूंज है। पहले दिन से ही विपक्ष इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सदन में बयान देने और चर्चा कराने की मांग कर रहा है।

राज्यसभा में सरकार नियम 176 के तहत चर्चा को तैयार हो गई है लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर पहले प्रधानमंत्री का बयान और फिर नियम 267 के तहत चर्चा की मांग पर अड़ा है। लोकसभा में भी इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध कायम है। इससे पहले, भाजपा मुख्यालय में ही संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने भी मणिपुर हिंसा पर संसद में चर्चा से भागने का विपक्ष पर आरोप लगाया और दावा किया कि उसे डर है कि यदि उंगली पूर्वोत्तर के हिंसाग्रस्त राज्य पर उठेगी तो कई उंगलियां कांग्रेस शासित प्रदेशों पर भी उठेंगी।

भाजपा नेता ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मणिपुर पर निश्चित रूप से चर्चा होनी चाहिए। सरकार चर्चा चाहती है लेकिन विपक्ष भाग रहा है।” उन्होंने कहा, ‘‘वह (विपक्ष) भाग इसलिए रहा है क्योंकि मणिपुर पर जब चर्चा होगी तो एक उंगली मणिपुर पर उठेगी और तीन उंगलियां राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरफ भी उठती हुई दिखाई देंगी। कई उंगलियां इधर-उधर कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी उठती हुई दिखाई देंगी। ये जो उंगलियों का डर है, वह विपक्ष को इस चर्चा से भागने पर मजबूर कर रहा है।” राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है।  (एजेंसी)