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पटना: राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव (Lalu Yadav) से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ खत्म हो गई है। जांच एजेंसी ने यादव से लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में नौ घंटे से ज्यादा सवाल जवाब किए। इस दौरान आरजेडी सांसद और उनकी बेटी मासी भारती सहित कई नेता और कार्यकर्ता वहां मौजूद थे। 

 जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘महागठबंधन’ से अलग होने के एक दिन बाद लालू प्रसाद केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हुए। इस गठबंधन में राजद सबसे बड़ा घटक दल है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने 19 जनवरी को मामले के संबंध में लालू और उनके बेटे तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था। ईडी द्वारा पटना स्थित राजद प्रमुख की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर समन सौंपा गया था। दोनों को क्रमशः 29 और 30 जनवरी को ईडी अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। ईडी ने हाल ही में इस मामले में अपना पहला आरोपपत्र दायर किया था। 

सूत्रों ने बताया कि कथित घोटाले के संबंध में राजद नेता से पूछताछ करने के लिए दिल्ली से ईडी अधिकारियों की एक टीम रविवार को पटना पहुंची थी। जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘महागठबंधन’ से अलग होने के एक दिन बाद लालू प्रसाद केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हुए। इस गठबंधन में राजद सबसे बड़ा घटक दल है। 

ईडी कार्यालय में लालू को प्रवेश कराने के बाद भारती ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब भी कोई केंद्रीय जांच एजेंसी हमारे परिवार के किसी सदस्य को पूछताछ के लिए बुलाती है तो हम वहां जाते हैं और उनके साथ सहयोग करते हैं और उनके सभी सवालों का जवाब देते हैं।”

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी (लालू) स्वास्थ्य स्थिति के कारण उनके लिए अकेले जाना मुश्किल है, यही कारण है कि जब भी वह कहीं जाते हैं तो किसी को उनके साथ जाना पड़ता है। उनसे पूछताछ अभी भी जारी है।” शाम को भारती ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान आरोप लगाया, ‘‘ यह बिल्कुल स्पष्ट है कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं केंद्र ईडी और सीबीआई के माध्यम से विपक्षी नेताओं को निशाना बना रहा है।”