IT डिपार्टमेंट ने रचा इतिहास, किया अब तक का सर्वाधिक टैक्स कलेक्शन

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    नई दिल्ली: मार्च का महीना देश के लिए और अन्य सभी क्षेत्रों के लिए बहुत अहम होता है। हाल ही में एक अच्छी खबर आयी है, जिससे देश को बहुत फायदा होने वाला है। बता दें कि IT डिपार्टमेंट ने अब तक का सबसे ज्यादा टैक्स कलेक्शन किया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) के चेयरमैन जेबी मोहापात्रा ने बताया है कि देश में चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह (Direct Tax Collections) में 48 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसमें अग्रिम कर संग्रह (Advance Tax Collections) के आंकड़ों से मदद मिली है। जानते है IT डिपार्टमेंट के इस सराहनीय कार्य के बारे में…. 

    आपको बता दें कि चालू वित्त वर्ष में अग्रिम कर भुगतान में 41 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस बारे में जानकारी देते हुए महापात्र ने कहा कि आज की तारीख तक शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह 13.63 लाख करोड़ रुपए रहा है। बता दें कि एक साल पहले समान अवधि की तुलना में यह 48 फीसदी अधिक है।

    आगे उन्होंने बताया कि सालाना आधार पर शुद्ध संग्रह 2020-21 की समान अवधि से 48.4 फीसदी अधिक है।  2019-20 की तुलना में यह 42.5 फीसदी और 2018-19 की तुलना में 35 फीसदी अधिक है। महापात्र ने कहा, ‘‘यह पिछले सबसे ऊंचे आंकड़े से 2.5 लाख करोड़ रुपए ज्यादा है। विभाग के इतिहास में यह आयकर संग्रह का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।’’ इस कार्य से IT डिपार्टमेंट ने देश में एक नया इतिहास रच दिया है। 

    जानकारी के लिए आपको बता दें कि टैक्स कलेक्शन से इकोनॉमिक रिकवरी का संकेत मिलता है, और यह कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था में निरंतर आर्थिक पुनरुद्धार को बताता है। आधिकारिक बयान के अनुसार शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 16 मार्च, 2022 तक 13.63 लाख करोड़ रुपए रहा। गौरतलब हो कि एक साल पहले 2020-21 की इसी अवधि में यह 9.18 लाख करोड़ रुपए था। लेकिन वर्ष 2021-2022 IT डिपार्टमेंट ने अब तक का सर्वाधिक टैक्स संग्रहित किया है। 

    कोरोना महामारी से पूर्व टैक्स कलेक्शन 9.56 लाख करोड़ था। चालू वित्त वर्ष में शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह महामारी-पूर्व 2019-20 के 9.56 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले 35 फीसदी अधिक है। इस श्रेणी में व्यक्तिगत आय पर कर, कंपनियों को होने वाले लाभ पर कर, संपत्ति कर और उत्तराधिकार कर तथा उपहार कर शामिल हैं। अग्रिम कर संग्रह 40.75 फीसदी बढ़कर 6.62 लाख करोड़ रुपए रहा। इसकी चौथी किस्त जमा करने की अंतिम तिथि 15 मार्च थी। इस तरह इस साल के वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक टैक्स वसूल किया गया है।