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जम्मू-कश्मीर पुलिस

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नई दिल्ली: एक बड़ी खबर के अनुसार अब जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu-Kashmir Police), जमानत पर रिहा हुए आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए गए आरोपियों पर निगरानी रखने के लिए GPS एंकलेट (GPS Anklet) का इस्तेमाल शुरू की है। इतना ही नहीं ऐसा करके कश्मीर पुलिस देश की पहली पुलिस फोर्स बन गई है। स्पेशल NIA की स्पेशल कोर्ट जम्मू के आदेश के बाद पुलिस ने गुलाम भट को यह अनोखा GPS ट्रैकर पहनाया।

इसके साथ ही अब भारत में सबसे पहले GPS ट्रैकर पहनने वाला आरोपी, हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा एक ऑपरेटिव गुलाम मोहम्मद भट बन गया है। बता दें कि गुलाम 2007 के टेरर फंडिंग केस में मुख्य आरोपी है।

क्या बला है GPS एंकलेट

दरअसल GPS एंकलेट का सिस्टम कुछ इस तरह से बनाया गया है की, जिसमें इसे रिहा होने वाले शख्स के टखने में एक लॉक पहनाया जाएगा। इसके बाद उसके मूवमेंट की ट्रैकिंग पुलिस कंट्रोल रूम से की जाएगी। वहीं गुलाम मोहम्मद भट के उदहारण से समझें तो अब जेल से बहार होने पर भी जम्मू-कश्मीर में उसके हर कदम का हिसाब रखा जाएगा, उसके हर गतिविधि की जांच होगी.

क्या है इस एंकलेट का फायदा 

गौरतलब है कि इस एंकलेट का इस्तेमाल अमेरिका, UK, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में जमानत, पैरोल और हाउस अरेस्ट (नजरबंद) आरोपी व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अक्सर किया जाता है। इससे जेलों में भीड़ भी कम होती है। हालाँकि वहीं इन अपराधियों पर हर वक़्त पुलिस और कानून की नजर रहती है.

कौन है GPS ट्रैकर एंकलेट पहनने वाला गुलाम भट

जानकारी दें कि गुलाम भट, उधमपुर में कई धाराओं समेत UAPA केस में भी बड़ा आरोपी है। उसने अपनी जमानत के लिए याचिका लगाई थी। गुलाम टेरर फंडिंग के ढाई लाख रुपए ले जाते हुए पकड़ाया था।

पुलिस की इनफार्मेशन के अनुसार गुलाम, हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा रहा है। इसके पहले उसे आतंकी साजिश रचने के आरोप में NIA और दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट भी उसे दोषी ठहरा चुकी है और वह अब तक 12 साल की सजा काट चुका है।