नवभारत डिजिटल डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक टीम राजधानी दिल्ली (Delhi) स्थित झारखंड (Jharkhand) के सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के आवास पर पहुंची हुई है। हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) केस में पूछताछ की जा रही है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। जिसके लिए पुलिस (Police) की एक टीम भी वहां पहुंच गई है।
बता दें कि हेमंत सोरेन से पहले भी पूछताछ की गई है। ईडी ने रांची में आठ घंटे तक उनसे सवाल-जवाब किए थे। ED ने ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कुछ दिन पहले दसवां समन जारी किया था और उन्हें 29 या 31 जनवरी को पेश होने जा आदेश दिया था। साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर वह पेश नहीं होंगे तो खुद ईडी की टीम उनसे पूछताछ के लिए पहुंचेगी।
#WATCH | Delhi: Outside visuals from the residence of Jharkhand Hemant Soren.
ED team is likely to question Jharkhand CM and JMM Executive President Hemant Soren in connection with a money-laundering case linked to an alleged land scam. pic.twitter.com/AsODa957Yx
— ANI (@ANI) January 29, 2024
सीएम हेमंत सोरेन 27 जनवरी को राजभवन में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, उसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। सीएम सोरेन शनिवार की रात 8 बजे एक स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली आ गए थे। बता दें कि सीएम सोरेन ने ईडी के पहले दिए गए समन पर एजेंसी से कहा था कि उनके पास फ़िलहाल समय नहीं है। वो मार्च में ही ईडी के सवालों का जवाब देने के लिए आ सकते हैं। वहीं झारखंड के सीएम से पूछताछ जारी होने की वजह से झारखंड पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। ईडी टीम के दौरे की खबर से झारखंड में हलचल मच गई है।
जानकारी के लिए बता दें कि ईडी ने रांची में सेना के कब्जे वाली 4।55 एकड़ जमीन की अवैध खरीद फरोख्त का खुलासा किया था। जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में रांची के बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार किया था। साथ ही उनके आवास और मोबाइल फोन से बड़ी मात्रा में सरकारी दस्तावेज बरामद किए थे। अब इन दस्तावेजों की छानबीन और उनसे जुड़े चीज़ो के बारे में जानने के लिए ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही है।
इस मामले में जांच आगे बढ़ने पर ईडी अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच में पता चला कि आरोपियों ने सरकारी अधिकारियों के साथ साठगांठ करके भू।माफियाओं के पक्ष में फर्जी तरीके से इन भू।खंडों का हस्तानांतरण किया था। वहीं भूमि घोटाले के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी अब तक 236 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है।