Rahul Gandhi

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नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर प्रदेश की जनता और अपने नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए शनिवार को कहा कि दक्षिण भारत के इस राज्य में ‘नफरत का बाजार’ बंद हो गया है तथा ‘मोहब्बत की दुकानें’ खुली हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि कर्नाटक की गरीब जनता की शक्ति ने सांठगांठ वाले पूंजीवादियों की ताकत को हरा दिया है।

‘शक्ति’ ने ‘ताकत’ को हरा दिया

राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सबसे पहले मैं कर्नाटक की जनता, कर्नाटक में कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं तथा वहां काम करने वाले सभी नेताओं को बधाई देता हूं।” उनका कहना था, ‘‘ कर्नाटक के चुनाव में एक तरफ सांठगांठ वाले पूंजीवादियों की ताकत थी, दूसरी तरफ तरफ गरीब जनता की शक्ति थी। ‘शक्ति’ ने ‘ताकत’ को हरा दिया।”

1989 के बाद कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत होगी 

अब तक आए परिणामों के मुताबिक, कांग्रेस 224 सदस्यीय विधानसभा में 123 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है जबकि 14 सीटों पर वह बढ़त बनाए हुए है। बढ़त वाली सीटों को भी वह जीत लेती है तो वह 136 के आंकड़ें तक पहुंच सकती है। वर्ष 1989 के विधानसभा चुनाव के बाद यह कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत होगी। भाजपा ने अभी तक 58 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि 6 सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे हैं। इस प्रकार वह 64 सीटों पर सिमटती दिख रही है। जनता दल (सेक्युलर) 20 सीटें जीतने की ओर अग्रसर है। 

‘…मोहब्बत की दुकाने खुलीं’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘इस चुनाव में कांग्रेस गरीबों के साथ खड़ी हुई। हमने नफरत और गलत शब्दों से लड़ाई नहीं लड़ी। हमने प्यार से दिल खोलकर यह लड़ाई लड़ी।” उनके मुताबिक, ‘‘कर्नाटक की जनता ने यह दिखाया है कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है। कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ और मोहब्बत की दुकाने खुलीं।”

उल्लेखनीय है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी ने कई मौकों पर कहा था, ‘‘मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं।” राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक की जनता से जो पांच प्रमुख वादे किए गए हैं, उन पर सरकार बनते ही काम शुरू हो जाएगा। (भाषा इनपुट के साथ)